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वृध्दों के डे केयर सेंटरों में घोटाला पकड़ा

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Place: Bhopal                                                👤By: DD                                                                Views: 3811

मनोरंजन की राशि नाश्ते एवं भोजन में व्यय हो रही है
15 मार्च 2021। राज्य के सामाजिक न्याय विभाग के संचालक स्वतंत्र कुमार सिंह ने वृध्दों के लिये क्रियाशील डे केयर सेंटरों में एक बड़ा घोटाला पकड़ा है। इन सेंटरों को मनोरंजन के लिये जो राशि दी गई उसे भोजन, नाश्ते आदि पर व्यय की गई। अब संचालक ने सभी जिला कलेक्टरों से कहा है कि वे मनोरंजन पर ही राशि का व्यय करें।
संचालक ने जिला कलेक्टरों को भेजे अपने ताजा निर्देश में बताया है कि प्रदेश में अशासकीय संस्थाओं एवं नगरीय निकायों के माध्यम से 76 वृध्दाश्रम संचालित किये जा रहे हैं जिनमें निराश्रित निधि का उपयोग किया जा रहा है एवं केंद्रीय अनुदान के प्रस्ताव प्रतिवर्ष माह जून अंत में उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त वृध्दों को अवसाद से बचाने, दिन में समय व्यतीत करने एवं समूह में संवाद करने हेतु वर्तमान मेंकुल 83 डे केयर सेंटर संचालित हैं। केंद्र ने वर्ष 2018 में संशोधित योजना जारी कर डे केयर सेंटर बंद कर उन्हें वृध्दाश्रमों में समाहित कर दिया है जहां वृध्दों के मनोरंजन हेतु इंडोर गेम्स तथा कैरम, शतरंज तथा पठन-पाठन हेतु दैनिक समाचार-पत्र, पत्रिकायें एवं टीवी की व्यवस्था की जाती है।
संचालक ने जिला कलेक्टरों से आगे कहा है कि सामाजिक न्याय संचालनालय द्वारा इलेक्ट्रानिक पेमेंट आर्डर व्यवस्था जारी होने, जिले में ब्याज राशि उपलब्ध न होने अथवा 2-3 माहों के संयुक्त देयक दो लाख रुपये से अधिक होने के कारण डे केयर सेंटरों के भुगतान हेतु प्रकरण संचालनालय को प्राप्त हो रहे हैं। इन प्रस्तावों के परीक्षण से ज्ञात होता है कि डे केयर सेंटर का संचालन 13 जनवरी 2014 को शासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों यानि वृध्दों के मनोरंजन के लिये नहीं हो रहा है तथा नियमों के विपरीत भोजन, चाय, नाश्ता, चिकित्सकीय सहायता, किराया, स्टाफ मानदेय हेतु व्यय किया जा रहा है जिनका दिशा-निर्देशों में कहीं उल्लेख नहीं है। इसलिये 13 जनवरी 2014 को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही स्थानीय स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का प्रयोग करते हुये डे केयर सेंटरों का संचालन किया जाये।



- डॉ. नवीन जोशी

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