
18 अप्रैल 2025। बॉलीवुड अभिनेत्री दिया मिर्जा ने वेब सीरीज कैफिर में अपने किरदार को लेकर एक भावुक खुलासा किया है। इस सीरीज में उन्होंने एक पाकिस्तानी महिला कैनाज़ अख्तर की भूमिका निभाई है, जो नियंत्रण रेखा (LOC) पार करके भारत आती है और आतंकवादी होने के संदेह में कैद कर ली जाती है।
यह कहानी वास्तविक जीवन की शहनाज़ परवीन से प्रेरित है। सात साल की कैद के दौरान वह एक बच्ची को जन्म देती है, और एक भारतीय पत्रकार उसकी आज़ादी के लिए संघर्ष करता है।
"सीन खत्म होते ही उल्टी कर दी थी" – दिया मिर्जा
एक इंटरव्यू में दिया मिर्जा ने उस चुनौतीपूर्ण दृश्य के बारे में बताया जिसमें उनके किरदार के साथ बलात्कार होता है।
उन्होंने कहा:
"जब हमने रेप सीन शूट किया, वो पल बेहद कठिन था। शूटिंग खत्म होने के बाद मैं कांप रही थी। मुझे उल्टी आ गई थी। मेरे लिए वो अनुभव भावनात्मक और शारीरिक रूप से बेहद भारी था। जब आप अपने पूरे शरीर और मन को उस सच्चाई में ले जाते हैं, तो आप उसे पूरी तरह महसूस करते हैं।"
मां बनने की शुरुआत 'कैनाज़' से हुई – दिया मिर्जा
दिया मिर्जा ने इस किरदार को अपने मातृत्व के सफर का आधार बताया।
उन्होंने IANS से कहा:
"कैनाज़ ने मुझे उस समय मां बना दिया था, जब मैं जैविक रूप से मां नहीं थी। मां-बेटी के रिश्ते की भावनात्मक डोर इतनी गहरी थी कि मैंने खुद को उसकी पीड़ा, उसकी ममता और उसके संघर्षों से जोड़ लिया था।"
दिया ने बताया कि कई बार शूटिंग के दौरान उन्हें ऐसा लगा जैसे वह खुद कैनाज़ बन गई हों, और उसका दर्द और दृढ़ता उनके अपने जीवन का हिस्सा बन गया हो।
‘कैफिर’ की यात्रा और दिया मिर्जा का करियर
2019 में Zee5 पर रिलीज हुई कैफिर पहले एक फिल्म के रूप में प्लान की गई थी, लेकिन बाद में इसे वेब सीरीज में बदला गया। यह प्रोजेक्ट अब भी दर्शकों के बीच चर्चा में है और दिया मिर्जा की सबसे सशक्त भूमिकाओं में से एक माना जाता है।
वर्क फ्रंट की बात करें तो दिया मिर्जा हाल ही में फिल्म नादानियाँ में नजर आईं, जिसमें इब्राहिम अली खान और खुशी कपूर ने भी अभिनय किया।
कैफिर सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं, मातृत्व, संघर्ष और उम्मीद की मिसाल है – और दिया मिर्जा ने इसे अपने अभिनय से एक जीवंत दस्तावेज़ बना दिया है।