
17 मई 2025।। गूगल की AI शाखा DeepMind ने इस हफ्ते AlphaEvolve नामक एक क्रांतिकारी सेल्फ-इम्प्रूविंग एजेंट लॉन्च किया है। यह टूल सिर्फ़ कोड लिखने तक सीमित नहीं है, बल्कि कोड को तेज़ और बेहतर चलाने के लिए नए एल्गोरिदम भी खुद ही खोजता है। खास बात यह है कि AlphaEvolve ने गूगल के आंतरिक सिस्टम को ऑप्टिमाइज़ कर पहले ही कंपनी को लाखों डॉलर की लागत से बचा लिया है।
☑️ कैसे काम करता है AlphaEvolve?
यह AI एजेंट Gemini Pro और Gemini Flash मॉडल को इवोल्यूशनरी सर्च तकनीक से जोड़ता है। AlphaEvolve मौजूदा कोड में सुधार के प्रस्ताव देता है, उसके प्रदर्शन की टेस्टिंग करता है, और फिर एक ऑटोमेटेड फीडबैक लूप के जरिए बेहतर एल्गोरिदम को विकसित करता है। यह लगातार सीखता है और खुद को अपडेट करता रहता है।
☑️ रिकॉर्ड ब्रेकिंग परफॉर्मेंस
AlphaEvolve की क्षमताएं कोड ऑप्टिमाइज़ेशन तक सीमित नहीं हैं। इसने गूगल के TPU चिप डिज़ाइन को भी बेहतर बनाया है और मैट्रिक्स गुणन (Matrix Multiplication) की एक नई, तेज़ विधि खोजी है—जिसने 56 साल पुराना गणितीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। इसके चलते Gemini मॉडल का ट्रेनिंग समय भी 1% तक बेहतर हुआ है।
☑️ TikTok का नया AI टूल: फ़ोटो से बनाए वीडियो, पहचानना हुआ मुश्किल
TikTok ने इस हफ्ते AI Alive नाम से एक नया जनरेटिव AI टूल पेश किया है, जो स्टैटिक इमेज को रियलिस्टिक वीडियो क्लिप में बदल देता है। यह तकनीक पहले के टेक्स्ट-टू-इमेज फ़िल्टर और फेस-स्वैप इफ़ेक्ट्स पर आधारित है, लेकिन इस बार एनीमेशन अधिक स्मूद, लिप-सिंक अधिक सटीक और आउटपुट इतना रियल है कि उसे असली से अलग करना मुश्किल हो गया है।
☑️ क्या है खास?
जहां Meta और Snapchat जैसे प्लेटफ़ॉर्म AI इफेक्ट्स की लेयरिंग पर ध्यान दे रहे हैं, वहीं TikTok पूरी तरह जनरेटिव दिशा में बढ़ रहा है। AI Alive टूल यूज़र्स को केवल एक सेल्फी से बोलने वाला अवतार तैयार करने की सुविधा देता है—जो तकनीकी रूप से D-ID या HeyGen जैसे टूल्स से मिलता-जुलता है, लेकिन TikTok की वायरल पहुंच इसे और भी दमदार बना देती है।
Databricks ने ओपन-सोर्स डेटाबेस स्टार्टअप Neon को 1 अरब डॉलर में खरीदा
सैन फ्रांसिस्को। AI के युग में डेटा इन्फ्रास्ट्रक्चर को नया आकार देते हुए Databricks ने हाई-स्पीड क्लाउड-नेटिव डेटाबेस स्टार्टअप Neon को $1 बिलियन (लगभग ₹8,300 करोड़) में खरीदने की घोषणा की है।
☑️ क्या है Neon?
Neon एक ओपन-सोर्स PostgreSQL डेटाबेस है, जिसे खासतौर पर AI एजेंट्स की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। यह रीयल-टाइम डेटा प्रोसेसिंग, स्केलेबिलिटी और AI-फ्रेंडली इंटरफेस प्रदान करता है।
☑️ क्यों खास है ये डील?
यह अधिग्रहण इस बात की ओर इशारा करता है कि जैसे-जैसे AI का विस्तार हो रहा है, वैसे-वैसे ऐसे डेटाबेस की मांग बढ़ेगी जो LLMs (Large Language Models) के साथ आसानी से एकीकृत हो सकें और तेज़ गति से काम कर सकें।