
23 जुलाई 2025। भारत और ब्रिटेन के बीच बहुप्रतीक्षित मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर इस सप्ताह हस्ताक्षर हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित लंदन यात्रा के दौरान यह ऐतिहासिक समझौता संपन्न होने की संभावना है, जिसे भारत की कैबिनेट द्वारा पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है।
दो दशकों से लंबित था करार, अब अंतिम चरण में
यह समझौता 2001 से बातचीत के दायरे में था, लेकिन कुछ शर्तों को लेकर अटकी हुई वार्ताओं को अब निर्णायक मोड़ मिलने जा रहा है। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मंगलवार को कहा, “हम FTA से जुड़ी कानूनी प्रक्रिया और अंतिम औपचारिकताओं को पूरा करने में लगे हैं।”
बढ़ेगा निवेश और व्यापार, दोनों देशों को होगा लाभ
ब्रिटेन भारत का छठा सबसे बड़ा निवेशक है, जिसका कुल निवेश 36 अरब डॉलर है। वहीं भारत ने भी ब्रिटेन में लगभग 20 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह समझौता दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और श्रमिक गतिशीलता को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
आईटी प्रोफेशनल्स को मिलेगी बड़ी राहत
एक अन्य महत्वपूर्ण प्रस्ताव है "दोहरे योगदान समझौते" (Double Contribution Agreement), जिसके तहत भारतीय आईटी पेशेवरों को ब्रिटेन में तीन वर्षों तक सामाजिक सुरक्षा कर से छूट मिलेगी। इससे करीब 60,000 से अधिक भारतीय कर्मचारियों को फायदा होगा और उनके वेतन का लगभग 20% प्रत्यक्ष बचत के रूप में बचेगा।
शराब और ऑटो पर घटेगा आयात शुल्क
FTA के मसौदे के अनुसार:
ब्रिटिश व्हिस्की और जिन पर शुल्क 150% से घटकर पहले 75% और दस वर्षों में 40% तक हो जाएगा।
ऑटोमोबाइल पर वर्तमान 100% शुल्क घटाकर 10% किया जाएगा, लेकिन यह कोटा आधारित होगा।
इन उत्पादों पर भी विचाराधीन हैं शुल्क कटौती:
सौंदर्य प्रसाधन
एयरोस्पेस उपकरण
भेड़ का मांस
चिकित्सा उपकरण
सैल्मन मछली
विद्युत मशीनरी
शीतल पेय
चॉकलेट और बिस्कुट
ब्रिटिश संसद की मंजूरी शेष, अमेरिका-EU से भी चल रही वार्ता
FTA पर हस्ताक्षर के बाद इसे ब्रिटिश संसद से अंतिम मंजूरी मिलनी होगी। उधर भारत सरकार अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ भी समान व्यापार समझौतों को लेकर वार्ता कर रही है, जिससे वैश्विक व्यापार रणनीति को व्यापक विस्तार मिल सकता है।