
27 सितंबर 2025। मध्यप्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि सीएम हेल्पलाइन पर झूठी शिकायतें कर अधिकारियों और कर्मचारियों को ब्लैकमेल करने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा। पब्लिक सर्विस मैनेजमेंट डिपार्टमेंट ने सभी जिलों से ऐसे शिकायतकर्ताओं की सूची मांगी है।
जिलों को भेजे गए फॉर्मेट में शिकायतकर्ता का नाम, मोबाइल नंबर, दर्ज की गई कुल शिकायतें और उस पर अधिकारियों की टिप्पणी जैसी जानकारी भरने के निर्देश दिए गए हैं।
दरअसल, हाल ही में हुई शिकायत समीक्षा बैठकों में सामने आया कि कई लोग जानबूझकर फर्जी शिकायतें दर्ज कर अधिकारियों पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ जिलों जैसे सतना, सेवानी और मैहर के अधिकारियों ने भी इसकी पुष्टि की है।
पहले चरण में ऐसे मामलों में एफआईआर दर्ज करने की सलाह दी गई थी। अब सरकार सीधे कार्रवाई की तैयारी में है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (ग्रामीण विकास) ने भी इस मुद्दे को गंभीर मानते हुए कहा कि अधिकारियों को ब्लैकमेल करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई जरूरी है।
सरकार का रुख स्पष्ट है—सीएम हेल्पलाइन जनता की सुविधा के लिए है, न कि दबाव बनाने या व्यक्तिगत फायदे उठाने का जरिया।