लांच नदी परियोजना को मिली मंजूरी, बण्डा में स्टेडियम और शाहगढ़ में नया सिविल अस्पताल बनेगा
दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए गौशाला खोलने पर 10 लाख तक का अनुदान
हर जनपद पंचायत में बनेगा वृंदावन ग्राम और गीता भवन
50 करोड़ से अधिक के 16 निर्माण कार्यों का लोकार्पण–भूमिपूजन
सागर, 23 नवंबर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि केन–बेतवा लिंक परियोजना बुंदेलखंड की किस्मत बदलने वाली है, क्योंकि इसके पूरा होने से क्षेत्र के हर खेत को सिंचाई का स्थायी समाधान मिलेगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अपनी कृषि भूमि न बेचें, क्योंकि आने वाला समय खेती के लिए अत्यंत लाभकारी साबित होगा।
मुख्यमंत्री रविवार को बण्डा तहसील में नवनिर्मित सांदीपनि विद्यालय भवन के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, जहाँ उन्होंने 50.65 करोड़ रुपए के 16 निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन भी किया।
लांच नदी परियोजना को मंजूरी, कई नई सुविधाओं की घोषणा
मुख्यमंत्री ने सागर जिले की बहुप्रतीक्षित लांच नदी परियोजना को स्वीकृति प्रदान करने की घोषणा की। साथ ही कहा कि शाहगढ़ में नया सिविल अस्पताल, बण्डा में सर्वसुविधायुक्त स्टेडियम, नए स्कूल भवन, पोस्टमार्टम हाउस और अन्य जनसुविधाएं विकसित की जाएंगी।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, पशुपालन और पर्यटन—हर क्षेत्र में ठोस कार्य किए जा रहे हैं।
दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए बड़ा कदम
पशुपालन को खेती का मजबूत साथी बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 25 गायों वाली गौशाला खोलने पर 40 लाख की लागत में से 10 लाख रुपए तक का अनुदान दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि आने वाले सालों में मध्यप्रदेश दुग्ध उत्पादन में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल होगा।
शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा निवेश
बण्डा में बने नवीन 31 करोड़ रुपए लागत वाले सांदीपनि विद्यालय की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संस्था गरीब वर्ग के बच्चों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने का बड़ा माध्यम बनेगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में संचालित सांदीपनि विद्यालय विद्यार्थी विकास के केंद्र के रूप में उभर रहे हैं।
हर जनपद पंचायत में वृंदावन ग्राम और गीता भवन
मुख्यमंत्री ने कहा कि 1 दिसंबर से प्रदेशभर में गीता जयंती उत्सव मनाया जाएगा। सभी जिलों की जनपद पंचायतों में वृंदावन ग्राम और गीता भवन बनाने की योजना पर तेजी से काम चल रहा है।
उन्होंने कृष्ण से जुड़े धार्मिक स्थलों को तीर्थ पर्यटन केंद्रों के रूप में विकसित करने की जानकारी भी दी।
कृषि सुधारों पर फोकस
मुख्यमंत्री ने किसानों को भरोसा दिलाया कि भावांतर योजना जैसी योजनाओं के लिए धन की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। उन्होंने जैविक खेती, हैप्पी सीडर और सुपर सीडर के उपयोग को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया, जिससे नरवाई प्रबंधन सुधरे और प्रदूषण में कमी आए।
उत्कृष्ट प्रतिभाओं का सम्मान
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों और हितग्राहियों को सम्मानित किया। उन्होंने बुंदेली कलाकारों की प्रस्तुति की सराहना करते हुए कहा कि सांस्कृतिक पहचान को आगे बढ़ाना सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री बने शिक्षक
नवीन विद्यालय भवन के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री बच्चों के बीच शिक्षक की भूमिका में नजर आए। उन्होंने छात्रों से संवाद किया, उनकी पढ़ाई और करियर योजनाओं के बारे में जाना और समय प्रबंधन, नियमित व्यायाम, डिजिटल अनुशासन जैसे सुझाव दिए।
पर्यटन और निवेश पर चर्चा
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड साहस और शौर्य की भूमि है और अब यह क्षेत्र निवेश व पर्यटन के नए अवसर खोल रहा है। उन्होंने बताया कि छतरपुर–पन्ना क्षेत्र में होटल ओबेराय के माध्यम से पर्यटन विकास का महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
कार्यक्रम में मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद राहुल सिंह लोधी, विधायक वीरेंद्र सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। इस दौरान शहीद राजेश यादव के पिता और क्रिकेटर क्रांतिगौड़ के पिता को भी सम्मानित किया गया।














