
जल्द ही ट्रेन के जनरल कोच में यात्रा करने वालों को भी हाईटेक सुविधाएं मिलेंगी। सामान्य श्रेणी में यात्रा की गुणवत्ता सुधारने के लिए रेलवे ने आज अपना पहला आधुनिक अनारक्षित कोच दीन दयालु उतारा। इसमें पेयजल, मोबाइल चार्जिंग और जैव-शौचालय जैसी सुविधाएं हैं। इन बोगियों का उपयोग मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए किया जाएगा।
यहां प्रथम दीन दयालु कोच का उद्घाटन करने के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि हमने अपने बजट में इसकी घोषणा की थी। हम इन दीन दयालु कोचों का उन मार्गों पर इस्तेमाल करेंगे, जहां सीटों के लिए भारी मांग है। इस कोच में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए जल शोधन के अलावा गद्देदार लगेज रैक और कोट हुक बने हैं।प्रभु ने कहा कि हमने इन कोचों में कई सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं, जैसे चार्जिंग प्वाइंट, डस्टबिन, सामान रखने के लिए अधिक जगह, एक्वा गार्ड जैसी सुविधाएं आदि। हमने अपने बजट में जो वादे किए थे, उसे पूरे किए। प्रति कोच की अनुमानित लागत करीब 81 लाख रुपए आएगी और चालू वित्त वर्ष में करीब 700 आधुनिक कोचों का विनिर्माण किया जाएगा। इनमें एलईडी लाइटें और आग बुझाने वाले उपकरण भी होंगे।