
22 अक्टूबर 2023। पानी पीना हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। लेकिन पानी की अधिकता भी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। पानी की अधिकता से होने वाली बीमारी को वॉटर टॉक्सिसिटी कहा जाता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि वॉटर टॉक्सिसिटी क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है।
वॉटर टॉक्सिसिटी क्या है?
वॉटर टॉक्सिसिटी एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर में बहुत अधिक मात्रा में पानी जमा हो जाता है। इसके कारण शरीर में सोडियम की मात्रा कम हो जाती है। सोडियम हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमारे शरीर के तरल पदार्थों के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। जब हमारे शरीर में सोडियम की मात्रा कम हो जाती है, तो यह हमारे मस्तिष्क, मांसपेशियों और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकती है।
वॉटर टॉक्सिसिटी के लक्षण
वॉटर टॉक्सिसिटी के लक्षण आमतौर पर धीरे-धीरे विकसित होते हैं। शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं:
थकान
सुस्ती
सिरदर्द
मांसपेशियों में कमजोरी
जी मिचलाना
उल्टी
पेट फूलना
बार-बार पेशाब जाना
यदि वॉटर टॉक्सिसिटी का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है, जिनमें शामिल हैं:
मस्तिष्क में सूजन
दौरे
कोमा
मृत्यु
वॉटर टॉक्सिसिटी से कैसे बचें?
वॉटर टॉक्सिसिटी से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
अपने शरीर की आवश्यकतानुसार पानी पिएं।
एक साथ बहुत अधिक पानी न पिएं।
दिन भर में थोड़े-थोड़े अंतराल पर पानी पिएं।
व्यायाम करते समय पानी के साथ इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें।
यदि आपको वॉटर टॉक्सिसिटी के लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।
एक दिन में कितना पानी पिएं?
एक सामान्य वयस्क को प्रति दिन लगभग 2.7 लीटर पानी पीना चाहिए। हालांकि, यह मात्रा आपकी गतिविधि के स्तर, मौसम और अन्य कारकों के आधार पर भिन्न हो सकती है। यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आपको कितना पानी पीना चाहिए, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
पानी हमारे शरीर के लिए आवश्यक है, लेकिन पानी की अधिकता भी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। वॉटर टॉक्सिसिटी से बचने के लिए अपने शरीर की आवश्यकतानुसार पानी पिएं और एक साथ बहुत अधिक पानी न पिएं।