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क्या चीन अमेरिका की AI बादशाहत को चुनौती दे सकता है?

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Place: भोपाल                                                👤By: prativad                                                                Views: 249

6 जुलाई 2025। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अमेरिका और चीन के बीच की वैश्विक प्रतिस्पर्धा अब और अधिक तेज़ होती जा रही है। जहां एक ओर अमेरिकी कंपनियाँ जैसे OpenAI, Google और Anthropic अपने बंद मॉडल (Closed AI Models) को बढ़ावा दे रही हैं, वहीं चीन की कंपनियाँ जैसे DeepSeek, Minimax और Alibaba सस्ते चिप्स और ओपन-सोर्स AI मॉडल्स के सहारे दुनिया के नए-नए देशों में अपनी पकड़ बना रही हैं।

हाल ही में OpenAI ने एक ब्लॉग पोस्ट में माना कि चीन की राज्य-समर्थित कंपनी Zippo AI को कई देशों में अपनाया गया है। साथ ही अमेरिका ने चीन के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिज़ाइन ऑटोमेशन सॉफ्टवेयर पर लगाए गए प्रतिबंध भी हटा लिए हैं, जिससे चीनी कंपनियों को राहत मिली है।

AI नीति की विशेषज्ञ और OpenAI की पूर्व बोर्ड सदस्य हेलेन टोनर ने इस मामले में कहा, "AI एक प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि कई स्तरों की दौड़ है — तकनीकी बढ़त, गोद लेना, और बिज़नेस अनुप्रयोग। चीन कई मोर्चों पर तेज़ी से उभर रहा है, खासकर तीसरे देशों (Southeast Asia, Middle East, Africa) में।"

ओपन-सोर्स बनाम क्लोज़्ड मॉडल की जंग
जहां OpenAI जैसे अमेरिकी दिग्गज अब तक अपने मॉडल को केवल API या Chatbot के रूप में उपलब्ध कराते रहे हैं, वहीं Meta और DeepSeek जैसे खिलाड़ी अपने AI मॉडल को ओपन-सोर्स बनाकर मुफ्त में इस्तेमाल की सुविधा दे रहे हैं। इस मॉडल को कंपनियां अपनी जरूरत के अनुसार कस्टमाइज़ कर सकती हैं।

हेलेन टोनर कहती हैं, “OpenAI पहली बार एक बड़े ओपन-सोर्स मॉडल को लॉन्च करने की तैयारी में है। इससे स्पष्ट है कि अमेरिका भी अब दबाव में है।”

चीन की डिजिटल सिल्क रोड और वैश्विक विस्तार
चीन अपने AI मॉडल्स को 'डिजिटल सिल्क रोड' नीति के तहत विभिन्न देशों को पेश कर रहा है। वह न केवल तकनीक उपलब्ध करा रहा है, बल्कि उसे लागू करने में ‘व्हाइट ग्लव सर्विस’ (पूरी तकनीकी सहायता) भी दे रहा है — विशेष रूप से स्मार्ट सिटी, निगरानी तंत्र और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में।

हालांकि AI की गोद लेने की गहराई पर आंकड़े अस्पष्ट हैं। उदाहरण के लिए, Alibaba का “Qwen” मॉडल Hugging Face जैसे प्लेटफॉर्म पर सबसे ज़्यादा डाउनलोड किए जाने वाले AI मॉडल्स में शामिल है।

भविष्य में क्या हो सकता है?
AI विश्लेषकों के बीच भविष्य को लेकर मतभेद हैं। कुछ मानते हैं कि मौजूदा AI मॉडल — अगर reasoning और autonomous agents जैसी क्षमताएं जोड़ी गईं — तो ये मानवीय स्तर की बुद्धिमत्ता (AGI) तक पहुंच सकते हैं। वहीं कुछ विशेषज्ञ इसे "असंभव" मानते हैं जब तक मौजूदा टेक्नोलॉजिकल फ्रेमवर्क पूरी तरह न बदले।

क्या अमेरिका का वैश्विक प्रभाव कम होगा?
टोनर कहती हैं कि अगर चीन के मॉडल सस्ते, आसान और अधिक कस्टमाइज़ेबल हैं — भले ही वो तकनीकी रूप से थोड़ा पीछे हों — तब भी कई देशों के लिए वह प्राथमिक विकल्प बन सकते हैं। विशेष रूप से वे सरकारें जो सेंसरशिप और AI कंट्रोल चाहती हैं।

उन्होंने यह भी जोड़ा कि हालांकि AI मॉडल्स में वैचारिक झुकाव हो सकता है (जैसे कि अमेरिकी या चीनी मूल्यों का असर), परंतु अधिकतर मॉडल इतने कस्टमाइज़ेबल होते हैं कि उपयोगकर्ता उन्हें अपनी आवश्यकताओं के अनुसार ढाल सकते हैं।

AI की वैश्विक शक्ति संतुलन अब तेजी से बदल रही है। जहां अमेरिका अब भी तकनीकी बढ़त बनाए हुए है, वहीं चीन सस्ती, खुली और रणनीतिक पहुंच के ज़रिए अपना AI प्रभाव तेजी से फैला रहा है। अगले 3–5 वर्षों में यह जंग और तीव्र होने की संभावना है — और दुनिया इसका साक्षी बन रही है।

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