
वॉशिंगटन डीसी, 14 फरवरी 2025। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्हाइट हाउस में मुलाकात हुई। इस महत्वपूर्ण बैठक में दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय व्यापार, ऊर्जा सहयोग और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।
व्यापार और ऊर्जा सहयोग पर विशेष ध्यान
राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बैठक को 'विशेष' बताते हुए कहा कि भारत अमेरिका से बड़ी मात्रा में तेल और गैस खरीदेगा। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के पास दुनिया में सबसे अधिक तेल और गैस संसाधन हैं और भारत को इसकी जरूरत है। दोनों नेताओं ने व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत और उनकी प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को उनकी ऐतिहासिक जीत के लिए बधाई दी और भारत-अमेरिका साझेदारी को और गहरा करने की बात कही। उन्होंने उल्लेख किया कि भारत में हाल ही में हुए चुनावों में उन्हें लगातार तीसरी बार सेवा का अवसर मिला है, जो पिछले 60 वर्षों में पहली बार हुआ है। उन्होंने विश्वास जताया कि आगामी चार वर्षों में दोनों देशों के बीच सहयोग और तेज गति से आगे बढ़ेगा।
अहमदाबाद और ह्यूस्टन की यादें
प्रधानमंत्री मोदी ने 2020 में अहमदाबाद में आयोजित ‘नमस्ते ट्रंप’ और ह्यूस्टन में हुए ‘हाउडी मोदी’ कार्यक्रमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इन आयोजनों ने भारत-अमेरिका की मित्रता को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया था, जिसकी गूंज आज भी सुनाई देती है।
यूक्रेन-रूस युद्ध पर चर्चा
बैठक के दौरान यूक्रेन-रूस युद्ध पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने शांति और कूटनीति के माध्यम से समाधान निकालने की भारत की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन से कहा था कि "यह युद्ध का युग नहीं है।" राष्ट्रपति ट्रंप ने भी यूक्रेन में शांति बहाल करने के लिए अपने प्रयासों का जिक्र किया और बताया कि हाल ही में उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन और ज़ेलेंस्की से बातचीत की है।
भविष्य की रणनीति और साझेदारी
प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप ने आने वाले वर्षों में भारत-अमेरिका संबंधों को और मजबूत करने पर सहमति जताई। मोदी ने कहा कि जैसे उन्होंने भारत में तीसरे कार्यकाल में विकास की गति दोगुनी करने का संकल्प लिया है, वैसे ही अमेरिका-भारत संबंध भी तेजी से आगे बढ़ेंगे।
बैठक के अंत में राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता की सराहना की और कहा कि भारत में उनके काम की बहुत चर्चा है। दोनों नेताओं ने वैश्विक शांति, व्यापार और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने का संकल्प लिया।