
28 अप्रैल 2025। कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमले की कवरेज को लेकर भारत सरकार ने ब्रिटिश ब्रॉडकास्टर बीबीसी (BBC) पर कड़ी आपत्ति जताई है। सूत्रों के अनुसार, विदेश मंत्रालय (MEA) ने बीबीसी इंडिया प्रमुख जैकी मार्टिन को पत्र लिखकर इस पर स्पष्टीकरण मांगा है कि उनकी रिपोर्टिंग में आतंकवादियों के लिए 'उग्रवादी' (Militants) शब्द का इस्तेमाल क्यों किया गया।
भारत सरकार ने विशेष रूप से बीबीसी की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट "पाकिस्तान ने पर्यटकों पर कश्मीर में हुए घातक हमले के बाद भारतीयों के लिए वीजा निलंबित किया" में इस्तेमाल किए गए शब्दों और भाषा पर नाराजगी जताई है। सोशल मीडिया पर भी भारतीय नागरिकों ने बीबीसी पर आतंकवादियों के लिए नरम शब्दावली अपनाने और भारत की छवि धूमिल करने का आरोप लगाया है।
सूत्रों का कहना है कि विदेश मंत्रालय के एक्सटर्नल पब्लिसिटी और पब्लिक डिप्लोमेसी डिवीजन (XP) को बीबीसी समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय मीडिया संगठनों जैसे एपी और रॉयटर्स की रिपोर्टिंग की निगरानी का काम सौंपा गया है, ताकि किसी भी भ्रामक या भारत विरोधी कंटेंट की तुरंत पहचान की जा सके।
पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों पर भी कार्रवाई
इस बीच, भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को ब्लॉक कर दिया है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, यह कदम गृह मंत्रालय की सिफारिश पर उठाया गया है। जिन चैनलों को प्रतिबंधित किया गया है, उनमें डॉन न्यूज़, समा टीवी, एआरवाई न्यूज़, बोल न्यूज़, रफ्तार न्यूज़, जियो न्यूज़ और सुनो न्यूज़ जैसे बड़े मीडिया संस्थान शामिल हैं।
इसके अलावा, पाकिस्तानी पत्रकार इरशाद भट्टी, अस्मा शिराज़ी, उमर चीमा और मुनीब फारूक के यूट्यूब चैनलों पर भी रोक लगाई गई है। अन्य ब्लॉक किए गए चैनलों में द पाकिस्तान रेफरेंस, समा स्पोर्ट्स, उजैर क्रिकेट और रज़ी नामा शामिल हैं।
भारत सरकार का यह सख्त कदम देश की सुरक्षा और सूचना के मोर्चे पर विदेशी दुष्प्रचार से निपटने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।