
1 मई 2025। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे और क्रिप्टो उद्यमी एरिक ट्रंप ने बुधवार को दावा किया कि अगर बैंकिंग क्षेत्र ने समय रहते ब्लॉकचेन और डिजिटल वित्तीय तकनीकों को नहीं अपनाया, तो पारंपरिक बैंकिंग प्रणाली अगले दस वर्षों में अप्रासंगिक हो सकती है।
CNBC के साथ एक इंटरव्यू में एरिक ट्रंप ने मौजूदा बैंकिंग प्रणाली को "धीमा, महंगा और आम लोगों के खिलाफ पक्षपाती" करार दिया। उन्होंने कहा, “हमारी बैंकिंग प्रणाली कुछ अमीर लोगों के हित में डिजाइन की गई है, जबकि देश के अधिकांश नागरिकों के लिए यह रुकावट बन चुकी है।”
👉 ब्लॉकचेन बनाम बैंकिंग सिस्टम
मार्च 2025 में "अमेरिकन बिटकॉइन" नामक माइनिंग कंपनी शुरू करने वाले एरिक ट्रंप का मानना है कि ब्लॉकचेन तकनीक पारंपरिक बैंकिंग की जगह लेने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा, "अगर बैंकिंग सेक्टर ने खुद को समय के साथ नहीं बदला, तो वे अगले दशक में गायब हो सकते हैं।"
एरिक ने यह भी कहा कि विकेंद्रीकृत वित्त (DeFi) आम लोगों को सशक्त करता है, क्योंकि ये प्लेटफॉर्म उन्हें बिचौलियों के बिना, कम शुल्क पर, वैश्विक स्तर पर लेन-देन की सुविधा देते हैं—जहाँ पारंपरिक बैंक आमदनी के लिए भारी फीस लेते हैं।
👉 SWIFT पर हमला, डिजिटल डॉलर की योजना
एरिक ट्रंप ने इंटरबैंक ट्रांसफर सिस्टम SWIFT को भी आड़े हाथों लिया और उसे “एक धीमी और जर्जर प्रणाली” बताया। उन्होंने सीमा-पार भुगतान में लगने वाले समय और खर्च को “आर्थिक युग की सबसे बड़ी विफलता” कहा।
ट्रंप परिवार "World Liberty Financial" नामक एक नई DeFi परियोजना पर भी काम कर रहा है, जो डॉलर-संलग्न स्थिर मुद्रा (Stablecoin) लॉन्च करने की योजना बना रही है।
👉 राजनीतिक विवाद और क्रिप्टो के साथ ट्रंप परिवार का रिश्ता
ट्रंप परिवार पहले क्रिप्टोकरेंसी का आलोचक रहा है, लेकिन हाल के वर्षों में इसके प्रति उनका रुख काफी बदल गया है। डोनाल्ड ट्रंप ने यहां तक कहा है कि यदि वह दोबारा व्हाइट हाउस लौटते हैं, तो अमेरिका को “दुनिया की क्रिप्टो राजधानी” बनाएंगे और स्वयं “क्रिप्टो राष्ट्रपति” के रूप में कार्य करेंगे।
हालांकि, ट्रंप परिवार के क्रिप्टो में उतरने के फैसले को लेकर विवाद भी रहा है। 2021 में कैपिटल वन बैंक ने उनके 300 से अधिक बैंक खातों को बंद कर दिया था — यह कदम 6 जनवरी के कैपिटल हमले के बाद उठाया गया था। हाल ही में एरिक और डोनाल्ड जूनियर ने इस फैसले के खिलाफ मुकदमा भी दायर किया है, जिसमें उन्होंने इसे "मुक्त भाषण और व्यापार पर हमला" बताया।
बदलती दुनिया में बैंकिंग की चुनौती
एरिक ट्रंप का यह बयान न केवल क्रिप्टो सेक्टर के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है, बल्कि यह भी इंगित करता है कि बैंकिंग सेक्टर को तेजी से नवाचार और डिजिटल रूपांतरण की ओर कदम बढ़ाने होंगे, वरना वे तकनीकी क्रांति में पीछे छूट सकते हैं।