
31 जुलाई 2025। अमेरिकी राजनीति में एक नया और चटपटा मोड़ सामने आया है—डोनाल्ड ट्रंप ने खुद कबूल किया है कि उनकी पत्नी, फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को "पसंद" करती हैं! लेकिन ठहरिए, ये कोई प्रेम कथा नहीं, बल्कि कूटनीति की नई गाथा है जिसमें दिल और दिमाग की जंग ज़ोरों पर है।
♥️ "पुतिन को वो पसंद करती हैं!" – ट्रंप का तड़का
अपने पॉडकास्ट पॉड फोर्स वन में ट्रंप ने बड़ी ही सहजता से कहा, "हम पुतिन को जानते हैं और वो [मेलानिया] उन्हें पसंद करती हैं। उनके बीच बहुत अच्छा तालमेल है।" ट्रंप की इस बात ने अमेरिका से लेकर मास्को तक राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। क्या यह सिर्फ एक व्यक्तिगत राय थी, या कोई छिपा हुआ संदेश?
◼️ "लेकिन कीव पर बमबारी बहुत बुरा था" – मेलानिया का विरोध
ट्रंप के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद मेलानिया ने जो बात कही, वो नर्म दिल और सख्त सोच का मिलाजुला रूप है: “यह बहुत बुरा है कि उन्होंने कीव पर बमबारी कर दी।” यानी मेलानिया के दिल में पुतिन के लिए थोड़ी "पसंद" जरूर है, लेकिन जब बात मानवता की आती है, तो वह किसी भी आक्रामकता को बर्दाश्त नहीं करतीं।
◼️ मेलानिया की ‘शांत लेकिन असरदार’ भूमिका?
व्हाइट हाउस की आंतरिक राजनीति में मेलानिया ट्रंप की भूमिका अब अचानक चर्चा में आ गई है। द टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन संघर्ष पर ट्रंप के बदलते रुख के पीछे मेलानिया का "नरम लेकिन निर्णायक प्रभाव" हो सकता है। ट्रंप तो कहते हैं कि उनकी पत्नी बस खून-खराबा खत्म होते देखना चाहती हैं, लेकिन जानकारों का मानना है कि उनकी भूमिका को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
♥️ कहीं सोवियत बैकग्राउंड तो नहीं असली वजह?
मेलानिया ट्रंप का जन्म हुआ था स्लोवेनिया में—जो एक समय सोवियत संघ का हिस्सा था। अब वह खुलकर कीव का समर्थन करती हैं। उनके बाल्यकाल की यह पृष्ठभूमि शायद आज उनके कूटनीतिक झुकाव को दिशा दे रही है। यह ‘दिल से दिल तक’ की कहानी है, लेकिन पॉलिसी का रास्ता तय कर रही है।
◼️ ट्रंप की नई चेतावनी – अब बस 10 दिन की डेडलाइन!
रूस और यूक्रेन के बीच चल रही शांति प्रक्रिया की सुस्ती से झल्लाए ट्रंप ने अब 50 दिन की डेडलाइन को घटाकर सिर्फ 10 दिन कर दिया है। चेतावनी दी है कि अगर समझौता नहीं हुआ, तो रूस के व्यापारिक साझेदारों पर भारी-भरकम प्रतिबंध लगाए जाएँगे। उधर, रूसी अधिकारी इस धमकी को ठंडे बस्ते में डाल चुके हैं।
♥️ राजनीति या प्रेम का प्रभाव?
अमेरिकी सांसद डॉन बेकन ने भी हाल ही में कहा कि यूक्रेन पर ट्रंप के बदले हुए स्टैंड का श्रेय मेलानिया को दिया जाना चाहिए। “मुझे आश्चर्य नहीं होगा,” बेकन बोले, “अगर मेलानिया ने इसमें एक शांत लेकिन निर्णायक भूमिका निभाई हो।”
मेलानिया ट्रंप का पुतिन को "पसंद करना" जहां एक तरफ अमेरिकी राजनीति में हलचल मचा रहा है, वहीं उनकी स्पष्ट मानवीय दृष्टिकोण यह दिखा रही है कि सत्ता के केंद्र में बैठी यह महिला सिर्फ ‘फर्स्ट लेडी’ नहीं, बल्कि ‘फर्स्ट इन्फ्लुएंसर’ भी हैं—और शायद अमेरिका की कूटनीति में उनका असर अब खुलकर सामने आ रहा है।