
16 अगस्त 2025। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का के एंकरेज में करीब तीन घंटे लंबी वार्ता हुई। मुलाकात की शुरुआत दोनों नेताओं के गर्मजोशी से स्वागत और साथ में कार से निकलने के बाद हुई। इस बातचीत का मुख्य मुद्दा रूस-यूक्रेन युद्ध था, लेकिन फिलहाल युद्धविराम पर कोई ठोस सहमति नहीं बन सकी।
वार्ता के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुतिन ने कहा कि उन्होंने 2022 में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन को चेतावनी दी थी कि हालात को इस हद तक न ले जाया जाए जहां से वापसी संभव न रहे। पुतिन ने ट्रंप की ओर इशारा करते हुए कहा, “अगर उस समय ट्रंप राष्ट्रपति होते, तो यह युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता।”
ट्रंप ने भी माना कि वार्ता सकारात्मक रही है और कई मुद्दों पर अच्छी प्रगति हुई है, हालांकि कुछ विषयों पर मतभेद बने हुए हैं। उन्होंने यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के सवाल को खुला छोड़ते हुए कहा कि अमेरिका और यूरोप इस पर आगे मिलकर काम कर सकते हैं।
पुतिन ने इस अवसर पर ट्रंप को मॉस्को आने का न्यौता भी दिया। हालांकि ट्रंप ने इसे “आगे की बात” बताते हुए अभी कोई स्पष्ट संकेत नहीं दिया।
बैठक के प्रमुख बिंदु:
रूस-यूक्रेन युद्ध पर किसी तरह का समझौता या युद्धविराम नहीं हुआ।
दोनों नेताओं ने बातचीत को सार्थक और सकारात्मक बताया।
पुतिन ने कहा कि 2022 में अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते तो युद्ध नहीं होता।
ट्रंप ने यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी के मुद्दे को खुला छोड़ा।
पुतिन ने ट्रंप को मॉस्को आने का न्यौता दिया।
#WATCH | Alaska, USA | "... Today, when President Trump says had he been the President back then, there would have been no war, and I am quite sure it would indeed be so...," says Russian President Vladimir Putin
— ANI (@ANI) August 15, 2025
He also says, "In 2022 during the last contact with the previous… pic.twitter.com/jJQJ4VQ91t
दुनिया की नजरें इस अहम बैठक पर टिकी हुई थीं। हालांकि युद्ध को रोकने पर सहमति नहीं बन पाई, लेकिन दोनों महाशक्तियों के बीच संवाद ने शांति की उम्मीदें जरूर जगा दी हैं।