
3 जून 2025। कांग्रेस के 'संगठन सृजन अभियान' की शुरुआत के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी आज एक दिवसीय दौरे पर भोपाल पहुंचे। इस यात्रा का मकसद मध्य प्रदेश में कमजोर पड़े पार्टी संगठन को फिर से खड़ा करना है। खासतौर पर तब, जब कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश से एक भी सीट नहीं जीत सकी।
कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा घेरा तोड़ा, राहुल गांधी का किया स्वागत
भोपाल एयरपोर्ट से प्रदेश कांग्रेस कार्यालय (पीसीसी) जाते समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रास्ते में पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए राहुल गांधी की कार को रोक लिया और 'राहुल गांधी जिंदाबाद' के नारे लगाए। पुलिस ने स्थिति संभालते हुए मार्ग को साफ कराया। इस दौरान अफरा-तफरी में कुछ नेता सड़क पर गिर भी गए।
तीन अहम बैठकें, संगठन पर रहेगा पूरा फोकस
राहुल गांधी आज कांग्रेस मुख्यालय में तीन अहम संगठनात्मक बैठकें करेंगे। दोपहर में वे रवींद्र भवन में जिला और ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उनका यह दौरा पूरी तरह संगठन को पुनर्गठित करने और पार्टी की दिशा तय करने पर केंद्रित है। यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के जंबूरी मैदान में महिला महासम्मेलन को संबोधित किया था।
जूते पहनकर पुष्पांजलि विवाद: सियासत गरमाई
राहुल गांधी का दौरा उस समय विवादों में घिर गया जब उन्होंने कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि अर्पित की। इस घटना का वीडियो सामने आते ही राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई। भाजपा नेताओं ने इसे भारतीय परंपरा का अपमान बताया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,
“इंदिरा गांधी उनकी दादी थीं, लेकिन उनकी तस्वीर पर जूते पहनकर पुष्पांजलि देना हमारे संस्कारों के विपरीत है। उन्हें भारतीय संस्कृति का ध्यान रखना चाहिए।”
नेता प्रतिपक्ष ने अपनी दादीजी को पुष्पांजलि अर्पित करते समय जूते तक नहीं उतारे; यह संस्कारों के विरुद्ध है... pic.twitter.com/s0zd0NxZ68
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) June 3, 2025
वहीं, बीजेपी मंत्री विश्वास सारंग ने कहा,
“यह श्रद्धांजलि नहीं, अपमान है। यह भारतीय नहीं, इटली की संस्कृति है। राहुल गांधी को देश के संस्कार अभी भी समझ नहीं आए हैं।”
भाजपा नेताओं की मांग है कि राहुल गांधी को इस पूरे मामले पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
राहुल गांधी का यह दौरा जहां कांग्रेस संगठन को गति देने की कोशिश है, वहीं जूते पहनकर श्रद्धांजलि देने की घटना ने उन्हें राजनीतिक विवादों में ला खड़ा किया है। अब देखना यह होगा कि इस एक दिवसीय यात्रा से प्रदेश कांग्रेस को कितनी मजबूती मिलती है और राहुल गांधी इस विवाद का क्या जवाब देते हैं।