
17 जून 2025। ईरान और इजराइल के बीच जारी तनाव अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। खबरों के अनुसार, इजराइल ने अपना उन्नत इलेक्ट्रॉनिक हथियार ‘स्कॉर्पियस’ (Scorpius) इस्तेमाल किया है, जिसके चलते ईरान की सैन्य क्षमताओं पर भारी असर पड़ा है और राजधानी तेहरान में भगदड़ और भय का माहौल बन गया है।
इजराइली वायुसेना ने तेहरान के “डिस्ट्रिक्ट 3” इलाके में कई सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया है। हमलों से पहले आम नागरिकों को क्षेत्र खाली करने की चेतावनी दी गई थी। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि ईरानी स्टेट टीवी की इमारत को नष्ट कर दिया गया है और खमेनी के नजदीकी सलाहकार मारे गए हैं। ईरानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खमेनी को कथित तौर पर एक बंकर में शरण लेनी पड़ी है।
तेहरान में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। पानी, सीवरेज और तेल जैसे बुनियादी ढांचे पर हमले के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। तेल टैंकों और ड्रिलिंग साइट्स को भी टारगेट किया गया है। कई ईरानी अधिकारी अब रूस में शरण लेने की कोशिश कर रहे हैं।
राजनीतिक मोर्चे पर भी हलचल तेज़ हो गई है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ईरान को मध्यस्थता की पेशकश की है, और यहां तक कहा है कि वह उसका अतिरिक्त यूरेनियम अपने पास रखने को तैयार हैं। साथ ही, ईरान ने कतर, सऊदी अरब और ओमान से भी ‘सम्मानजनक निकास’ (graceful exit) के लिए मदद मांगी है। माना जा रहा है कि ईरान अब अमेरिका और इजराइल के साथ शांतिवार्ता की संभावनाओं को तलाश रहा है।
इसी बीच, इजराइल के नए हथियार स्कॉर्पियस को लेकर काफी चर्चा है। यह एक नॉन-न्यूक्लियर इलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स (EMP) आधारित हथियार है, जो दुश्मन के रडार, नेविगेशन और कम्युनिकेशन सिस्टम को निष्क्रिय कर देता है। इस हथियार की सबसे खास बात यह है कि यह दिखाई नहीं देता और सटीकता के साथ दुश्मन की इलेक्ट्रॉनिक क्षमताओं को खत्म कर देता है।
विश्लेषकों का मानना है कि इसराइली तकनीक और रणनीति ने ईरान को घुटनों पर लाने के लिए मजबूर कर दिया है, और अब यह पूरा संकट एक बड़े सामरिक बदलाव की ओर बढ़ सकता है।