
वॉशिंगटन, 22 जून 2025: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर उसने शांति नहीं की तो अमेरिका आगे और भी बड़े हमले करेगा। यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने फार्दो, नतांज और इस्फहान स्थित ईरान के परमाणु ठिकानों पर बड़े पैमाने पर सटीक हमले किए हैं।
शनिवार रात व्हाइट हाउस से राष्ट्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, “हमारा उद्देश्य ईरान की परमाणु संवर्धन क्षमता को खत्म करना और दुनिया के सबसे बड़े आतंक समर्थक देश से उत्पन्न परमाणु खतरे को रोकना था।”
उन्होंने दावा किया, “आज रात मैं दुनिया को यह बता सकता हूं कि ये हमले सैन्य दृष्टिकोण से बेहद सफल रहे। ईरान की प्रमुख परमाणु संवर्धन सुविधाएं पूरी तरह नष्ट कर दी गई हैं।”
ट्रंप ने ईरान को आगाह करते हुए कहा कि वह "मध्य पूर्व का गुंडा" न बने और अब शांति का रास्ता अपनाए। उन्होंने कहा, “अगर ईरान ने जवाबी कार्रवाई की तो भविष्य के हमले इससे कहीं ज्यादा बड़े और आसान होंगे।”
इज़राइल ने भी ईरान के खिलाफ "ऑपरेशन राइजिंग लायन" नाम से एक प्रीएम्प्टिव सैन्य अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य कथित रूप से ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने से रोकना है। हालांकि तेहरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है। ईरान ने इस हमले को युद्ध की कार्यवाही करार देते हुए ड्रोन और मिसाइल हमलों से जवाब दिया।
ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में इज़राइली हमलों में 430 से अधिक ईरानी नागरिक मारे गए हैं और 3,500 से ज्यादा घायल हुए हैं। वहीं, इज़राइल ने 25 मौतों और 2,500 से ज्यादा घायलों की पुष्टि की है।
ट्रंप ने दो टूक कहा, “या तो शांति होगी, या ईरान को ऐसी त्रासदी का सामना करना पड़ेगा जैसी उसने अभी तक नहीं देखी।” उन्होंने यह भी कहा, “अभी भी हमारे पास कई लक्ष्य बाकी हैं। आज रात का लक्ष्य सबसे कठिन था – और शायद सबसे घातक भी।”
President Donald J. Trump Delivers Address to the Nation, June 21, 2025 https://t.co/yutRDvtWv0
— The White House (@WhiteHouse) June 22, 2025
अंत में ट्रंप ने कहा, “अगर जल्द ही शांति नहीं आई, तो हम बाकी ठिकानों को भी तेज़ी और सटीकता से निशाना बनाएंगे। उनमें से ज्यादातर को हम कुछ ही मिनटों में तबाह कर सकते हैं। दुनिया में कोई सेना ऐसा कर पाने में सक्षम नहीं है, जैसा हमने आज रात किया है।”