
4 सितंबर 2025। दुनिया की सबसे बड़ी दूरसंचार अवसंरचना कंपनियों में से एक, इंडस टावर्स लिमिटेड ने अपने प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम ‘सक्षम’ और ‘प्रगति’ के माध्यम से वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1.73 मिलियन से अधिक जीवनों पर सकारात्मक प्रभाव डालते हुए समावेशी विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
कंपनी की सीएसआर रणनीति भारत की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं — डिजिटल इंडिया, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और स्किल इंडिया — के साथ गहराई से जुड़ी हुई है तथा यह संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों में भी सार्थक योगदान देती है।
2030 तक 15 करोड़ जीवनों पर सकारात्मक प्रभाव डालने के विज़न से प्रेरित होकर, इंडस टावर्स लिमिटेड के सीएचआरओ (CHRO) श्री पुष्कर सिंह कटारिया ने कहा, “इंडस टावर्स की सामाजिक ज़िम्मेदारी के केंद्र में जीवनों को संवारने और संभावनाओं को पोषित करने की गहरी प्रतिबद्धता निहित है। हमारे प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम ‘सक्षम’ और ‘प्रगति’ के माध्यम से कंपनी हाशिए पर रहने वाले समुदायों के जीवन में सार्थक बदलाव लाने का प्रयास करती है — केवल उनकी तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करके ही नहीं, बल्कि उन्हें अपना भविष्य स्वयं गढ़ने के लिए सशक्त बनाकर।”
विविधता और समावेशन पर गहन ध्यान केंद्रित करते हुए, इंडस टावर्स बालिकाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में कार्यरत है, ताकि यह सुनिश्चित हो उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य, हाइज़ीन और स्वच्छता सुविधाओं तक पहुँच मिले। इस मिशन के केंद्र में शिक्षा और कौशल विकास निहित है, जो व्यक्तियों को आत्मनिर्भर बनने आत्मविश्वास के साथ समाज में अपना योगदान देने में सक्षम बनाता है। कंपनी सतत विकास पहलों और अनुसंधान एवं विकास साझेदारियों के माध्यम से पर्यावरणीय दायित्व तथा नवाचार को भी आत्मसात करती है। भारत सरकार के डिजिटल इंडिया मिशन के अनुरूप डिजिटल साक्षरता का निर्माण करते हुए, इंडस टावर्स एक-एक जीवन को सशक्त बनाकर डिजिटल विभाजन को पाटने और देश के हर कोने तक अवसर पहुंचाने की दिशा में कार्य कर रही है।