
25 जनवरी 2025। ताज होटल में 26 जनवरी को "Shaping the Future of Obesity Medicine" नामक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में मोटापा प्रबंधन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलावों और समग्र दृष्टिकोण पर चर्चा की जाएगी।
कार्यक्रम में विश्व प्रसिद्ध बैरिएट्रिक सर्जन डॉ. मोहित भंडारी, प्रसिद्ध एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ. सचिन चित्तावार, और वाशिंगटन विश्वविद्यालय में एंडोक्रिनोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. डेविड कमिंग्स अपने विचार साझा करेंगे।
GLP-1 एगोनिस्ट्स: मोटापा प्रबंधन में क्रांति
पत्रकार वार्ता में डॉ. सचिन चित्तावार ने बताया कि वे सम्मेलन में भारत में मोटापा प्रबंधन की चुनौतियों और समाधान पर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि GLP-1 एगोनिस्ट्स (जैसे ओज़ेम्पिक और वेगोवी) ने मोटापा और मेटाबोलिक विकारों के इलाज में एक नई क्रांति ला दी है।
GLP-1 एगोनिस्ट्स ऐसी दवाएं हैं जो शरीर में GLP-1 हार्मोन की तरह काम करती हैं। ये इंसुलिन उत्पादन को बढ़ाने, ब्लड शुगर को नियंत्रित करने और वजन घटाने में मदद करती हैं। इन दवाओं ने मोटापा और टाइप-2 डायबिटीज के इलाज में प्रभावी परिणाम दिए हैं। हालांकि, इनकी उच्च लागत और सीमित उपलब्धता भारत में एक बड़ी चुनौती है।
बैरिएट्रिक सर्जरी और GLP-1 एगोनिस्ट्स का समन्वय
डॉ. चित्तावार ने कहा, "GLP-1 एगोनिस्ट्स ने मोटापा प्रबंधन को नई दिशा दी है, लेकिन बैरिएट्रिक सर्जरी की आवश्यकता को समाप्त नहीं किया है। ये दोनों उपचार एक-दूसरे के पूरक हैं।"
बैरिएट्रिक सर्जरी दीर्घकालिक परिणाम देती है, जबकि GLP-1 एगोनिस्ट्स सर्जरी के बाद वजन को बनाए रखने और मेटाबोलिक सुधार में सहायक होती हैं।
भारत में मोटापा: जीवनशैली और सांस्कृतिक चुनौतियां
डॉ. चित्तावार ने बताया कि भारत में मोटापा केवल अधिक वजन का मामला नहीं है, बल्कि यह जीवनशैली, सांस्कृतिक परंपराओं, और आनुवंशिक कारकों का जटिल परिणाम है। शहरीकरण और फास्ट फूड संस्कृति ने समस्या को और बढ़ाया है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत में GLP-1 एगोनिस्ट्स के व्यापक उपयोग के लिए उनकी किफायती कीमत, उपलब्धता, और सांस्कृतिक स्वीकृति पर ध्यान देना आवश्यक है।
सम्मेलन की प्रमुख चर्चाएं
इस सम्मेलन में मोटापा प्रबंधन के लिए बैरिएट्रिक सर्जरी, फार्माकोथेरेपी, और जीवनशैली प्रबंधन के समन्वय पर चर्चा की जाएगी। साथ ही उन्नत चिकित्सा तकनीकों, नैतिकता, और आर्थिक चुनौतियों पर भी विमर्श होगा।
यह सम्मेलन मोटापा प्रबंधन के क्षेत्र में नई संभावनाओं को उजागर करने और जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित होगा।