
18 जून 2025। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के दो दिवसीय दौरे के दौरान मंगलवार को शहर में विकास कार्यों की समीक्षा की और अधिकारियों को साफ संदेश दिया – “किसी भी हालत में जलभराव न हो।” उन्होंने नगर निगम, जल निगम और जीडीए के अधिकारियों को निर्देशित किया कि बरसात से पहले नालों की सफाई और जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त होनी चाहिए। निर्माणाधीन नालों वाले इलाकों में अस्थायी (कच्चे) नाले बनाने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने गोड़धोइया नाले की प्रगति, सफाई व्यवस्था, बाढ़ सुरक्षा, और कानून व्यवस्था की गहन समीक्षा की। सिंचाई विभाग के अफसरों ने बताया कि बाढ़ से बचाव के लिए 38 कार्यों में से 24 पूरे किए जा चुके हैं, शेष जल्द पूर्ण किए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों से उनकी योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट मांगी और निर्देश दिए कि जनता को उनके लाभ स्पष्ट रूप से दिखने चाहिए।
आयुष विश्वविद्यालय में देरी पर नाराजगी
सीएम योगी ने पिपरी स्थित आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण में हो रही देरी पर गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने वाली निर्माण एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और काम जल्द से जल्द पूरा किया जाए। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 30 जून को प्रस्तावित दौरे को ध्यान में रखते हुए सभी कार्य समयसीमा में पूरे करने को कहा।
लिंक एक्सप्रेसवे व योग दिवस की तैयारियों की समीक्षा
सीएम ने 20 जून को गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के लोकार्पण की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि जनसभा स्थल पर सरकारी योजनाओं की जानकारी के लिए पर्याप्त बैनर-होर्डिंग लगाई जाएं। इसके साथ ही 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के भव्य आयोजन की योजना पर भी विचार-विमर्श किया और अधिकतम जनसहभागिता सुनिश्चित करने को कहा।
सड़क पर जाम, ठेले-खोमचे और झुग्गी पर सख्ती
मुख्यमंत्री ने यातायात व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए और कहा कि सड़कों पर अवैध ठेले-खोमचों का सत्यापन कराया जाए। साथ ही नई झुग्गी-झोपड़ियों को बसने से रोकने के लिए निगरानी और त्वरित कार्रवाई के आदेश दिए।
बर्ड फ्लू स्थिति पर राहत
चिड़ियाघर में बर्ड फ्लू की स्थिति की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री को बताया गया कि अब जानवरों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है और जल्द ही चिड़ियाघर को दोबारा खोलने पर विचार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा विकास कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता और जनसुविधाओं पर केंद्रित रहा, जिसमें उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं चलेगी।