
21 अगस्त 2025। भोपाल नगर निगम (BMC) ने राजधानी में कचरा प्रबंधन के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए एक अनोखी पहल शुरू की है। स्कूलों में चलने वाली ‘बेस्ट फ्रॉम वेस्ट’ गतिविधि को अब पूरे शहर तक फैलाते हुए निगम ने 10 नंबर बाज़ार के पास देश का पहला “कचरा कैफ़े” खोला है।
इस कैफ़े का उद्देश्य है – लोगों को यह समझाना कि कचरा बेकार नहीं है, बल्कि सही तरीके से अलग और इस्तेमाल करने पर वह भी एक संसाधन बन सकता है।
कैफ़े की अटेंडेंट के मुताबिक, “यह भारत का पहला कचरा कैफ़े है, जहां लोग अपने घरों से निकले अख़बार, प्लास्टिक, कार्डबोर्ड, पुराने मोबाइल, टूटा चार्जर, कपड़े या ई-कचरा लेकर आ सकते हैं। यहां आने वाला हर तरह का कचरा तौला जाता है और उसी आधार पर ‘कचरा मुद्रा’ दी जाती है।”
क्या है ‘कचरा मुद्रा’?
यह एक तरह की कैशलेस पॉइंट प्रणाली है। कचरे का वज़न जितना होगा, उतनी मात्रा में डिजिटल ‘कचरा मुद्रा’ ग्राहक के मोबाइल पर SMS के जरिए भेज दी जाती है। इस पॉइंट को कैफ़े में कला और शिल्प से बने उत्पाद खरीदने या कैफ़े परिसर के रिडेम्पशन सेंटर से नाश्ता लेने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस कदम से न केवल कचरे के उचित निपटान को बढ़ावा मिलेगा बल्कि लोगों को पुन: उपयोग और रचनात्मकता की दिशा में भी प्रेरित किया जाएगा।