
3 अक्टूबर 2025। भोपाल नगर निगम ने नवरात्रि पूजा में चढ़ाए गए नींबुओं को व्यर्थ जाने से बचाकर पर्यावरण हितैषी प्रयोग शुरू किया है। दुर्गा प्रतिमाओं से एकत्र किए गए 2 टन से अधिक नींबुओं से लगभग 10,000 लीटर बायो-एंजाइम स्प्रे तैयार किया जा रहा है। इसमें संतरे के छिलके और गुड़ भी मिलाए जाएंगे।
तालाबों और कुंडों में होगा इस्तेमाल
यह बायो-एंजाइम आने वाले दिनों में शहर के तालाबों और कुंडों में डाला जाएगा ताकि पानी को प्राकृतिक तरीके से साफ और शुद्ध किया जा सके। यह पहल सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन में की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण की वजह से पानी में ऑक्सीजन का स्तर घट जाता है, जिससे जलीय जीव प्रभावित होते हैं। बायो-एंजाइम इस समस्या को प्राकृतिक और सुरक्षित तरीके से हल करने में मदद करता है।
10–15 दिन में तैयार होगा घोल
नींबू, संतरे के छिलके, गुड़ और पानी को मिलाकर तैयार होने वाला यह घोल लगभग 10 से 15 दिन में तैयार होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह पूरी तरह गैर-विषैला और पर्यावरण के अनुकूल है। इसे कपड़े, बर्तन और हाथ धोने में भी सुरक्षित रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है।
पहले भी हुआ प्रयोग
गणेश उत्सव के दौरान भी ऐसा ही प्रयास किया गया था, हालांकि उस समय नींबुओं की मात्रा कम थी। इस बार नवरात्रि में नगर निगम की गाड़ियां करीब 5,000 पंडालों से प्रसाद सामग्री इकट्ठा करने पहुँचीं और तीन दिनों में ही 8 टन से ज्यादा नींबू जमा किए गए।