
15 सितंबर 2025। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के मोटल मैनेजर चंद्र मौली नागमल्लैया की नृशंस हत्या के मामले में न्याय दिलाने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि आरोपी क्यूबा के नागरिक कार्लोस कोबोस-मार्टिनेज पर प्रथम श्रेणी हत्या का आरोप लगाया जाएगा और उस पर क़ानून की पूरी सख़्ती से कार्रवाई होगी।
यह घटना टेक्सास के डलास में हुई, जहां चश्मदीदों के अनुसार कोबोस-मार्टिनेज ने नागमल्लैया पर उनकी पत्नी और बेटे के सामने बार-बार चाकू से हमला किया और उनका सिर धड़ से अलग कर दिया। आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में है और उसे जमानत नहीं दी गई है।
ट्रंप ने ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, “मुझे चंद्र नागमल्लैया की हत्या से जुड़ी भयावह ख़बर मिली है। यह क्यूबा का अवैध प्रवासी था, जिसे कभी अमेरिका में होना ही नहीं चाहिए था। आरोपी अब हमारे कब्जे में है और उस पर प्रथम श्रेणी हत्या का मुकदमा चलेगा।”
डलास काउंटी जेल के रिकॉर्ड बताते हैं कि कोबोस-मार्टिनेज पर हत्या का मामला दर्ज है। उसकी इमिग्रेशन स्थिति लंबित है। उस पर पहले भी कैलिफ़ोर्निया में अपराध साबित हो चुका है और फ्लोरिडा व ह्यूस्टन में गिरफ्तारियां दर्ज हैं।
अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क विभाग (ICE) के अनुसार, आरोपी को 13 जनवरी को हिरासत से रिहा कर दिया गया था, जबकि उसके खिलाफ निष्कासन आदेश लंबित था। विभाग ने बताया कि “निकट भविष्य में निष्कासन की संभावना न होने के कारण” उसे छोड़ा गया था।
ट्रंप ने इस मामले को लेकर पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन पर भी हमला बोला और इसे उनकी “अक्षमता” करार दिया। उनका आरोप है कि आरोपी को बाइडेन सरकार के कार्यकाल में अमेरिका में रहने दिया गया, क्योंकि क्यूबा ने उसे वापस लेने से इंकार कर दिया था।
रिपोर्टों के अनुसार, हत्या की वजह कार्यस्थल पर एक मामूली विवाद था। नागमल्लैया ने आरोपी को टूटी वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल न करने का निर्देश दिया और संदेश का अनुवाद किसी अन्य कर्मचारी से करवाया। इसी बात से नाराज़ होकर आरोपी ने हमला कर दिया।