
नई दिल्ली: पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) के कोटली में रहने वाले लोगों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी आइएसआइ की ज्यादतियों के खिलाफ नारे लगाए. यहां आजादी की मांग करने वाले नेताओं के साथ हुई क्रूरता और फर्जी एनकाउंटरों में उनकी मौत के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है.
नाराज प्रदर्शनकारियों ने 'कश्मीरियों की हत्यारी पाकिस्तानी सेना', 'आईएसआई से ज्यादा वफादार कुत्ते' जैसे नारे लगाए, साथ ही प्रदर्शनकारियों ने एक अहम कश्मीरी राष्ट्रवादी नेता आरिफ शाहिद की हत्या के मामले में निष्पक्ष जांच की मांग भी की. शाहिद जम्मू-कश्मीर नेशनल लिबरेशन कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष भी थे.
आपको बता दें कि शाहिद की हत्या 14 मई, 2013 को रावलपिंडी में उनके घर के बाहर कर दी गई थी. उन्हें हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया था. लोगों का आरोप है कि उनकी हत्या आइएसआइ ने कराई है. करीब 4 साल हो जाने के बाद भी जांच कोई ठोस नतीजे पर नहीं पहुंची पायी है.
प्रदर्शन आरिफ शहीद एक्शन कमेटी के बैनर तले किया गया. मुजफ्फराबाद बेस्ड ऑल इंडिया नेशनल अलायंस की माने तो, पिछले दो साल में आईएसआई ने 100 से ज्यादा कार्यकताओं की हत्या करवा दी है.
खबर है कि पीओके में लोगों के जिहाद या आतंकी वारदातों में शामिल होने से इनकार करने पर उनकी हत्या कर दी जा रही है. इनके इनकार करने पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई उठाकर ले जा रही है और उन्हें परेशान कर रही है. इसी के खिलाफ पीओके में अब आवाज उठनी शुरू हो गई है और पाकिस्तान का चेहना बेनाकब करने का प्रयास किया जा रहा है.