भोपाल: 4 अगस्त 2023। लखनऊ में ऑटो, होटल, मैन्युफैक्चरिंग के 30 हजार करोड़ से अधिक निवेश हुआ है। फरवरी में हुए कई उद्योगों के एमओयू की एनओसी अभी नहीं मिली है। ऐसे में डीएम ने उद्योगों को एनओसी दिलाने के लिए अफसरों की टीम लगाई है।
फरवरी में हुए इनवेस्टर्स समिट में जो एमओयू हुए थे, वे धरातल पर उतर रहे हैं। जल्द ही ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में उन उद्योगों की शुरुआत की औपचारिक घोषणा होगी, जो चालू हो चुके हैं, या होने जा रहे हैं। एक तरीके से उनका शिलान्यास होगा। इस ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी से पहले ही लखनऊ की जमीन पर 150 उद्योग उतरेंगे। करीब 30 से 50 हजार करोड़ की परियोजनाएं मूर्त रूप लेंगी। उद्योग लगने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने अफसरों की टीम लगाई है। इस टीम का कार्य उद्यमियों और संबंधित विभागों के बीच समन्वय स्थापित करना है, ताकि उद्योग लगने में देरी न हो।
ऑटोमोबाइल सेक्टर, होटल एवं फूड इंडस्ट्री, डेयरी, मैन्युफैक्चरिंग आदि क्षेत्र के उद्योग जल्द लगेंगे। इन उद्यमियों से जिला उद्योग केन्द्र के अधिकारी लगातार सम्पर्क में हैं। इन 150 उद्यमियों में आवास क्षेत्र के निवेशक शामिल नहीं हैं। इनको ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण तैयार कर रहा है। डीएम सूर्य पाल गंगवार ने बताया कि जो उद्यमी विभिन्न सेक्टरों में निवेश कर रहे हैं, इन सभी ने फरवरी में हुए ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। कुछ उद्यमियों की एनओसी अलग-अलग विभागों में रुकी है। इसके लिए उपायुक्त डीआईसी और एक अपर जिलाधिकारी को नोडल बनाते हुए झटपट एनओसी की औपचारिकताएं पूरी करने का निर्देश दिया गया है। डीएम ने बताया कि अगले सप्ताह नए उद्यमियों और संबंधित विभागों के साथ बैठक करने जा रहे हैं, इस दौरान जो भी अड़चनें आ रही हैं उनको दूर किया जाएगा।
ऑटो, होटल, मैन्युफैक्चरिंग के 30 हजार करोड़ से अधिक निवेश
Location:
भोपाल
👤Posted By: prativad
Views: 839
Related News
Latest News
- साइबर क्राइम का बढ़ता खतरा: भोपाल में वॉट्सऐप फ्रॉड से दो साल में ₹17.95 करोड़ की चपत
- गोबर से बनाए गए पेन्ट को मिले मान्यता
- बधिर समुदाय की पहुंच संबंधी चुनौतियां: एक सतत संघर्ष
- कर्मा पर्वः जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मान्यताएँ का पर्व
- क्या टीवी का युग ढल रहा है? सोशल मीडिया ने कैसे बदली मीडिया की दुनिया