30 अक्टूबर 2025। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि उन्होंने और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने यूक्रेन संघर्ष के समाधान के लिए “मिलकर काम करने” पर सहमति जताई है।
ट्रंप ने यह बात दक्षिण कोरिया से रवाना होते समय एयर फ़ोर्स वन में कही। उन्होंने बताया कि बुसान में हुई आमने-सामने की बैठक के दौरान यूक्रेन का मुद्दा “बहुत ज़ोरदार तरीके से उठा” और दोनों नेताओं ने इस पर लंबी बातचीत की।
ट्रंप के मुताबिक, “हम दोनों इस बात पर सहमत हैं कि हालात कठिन हैं, और कभी-कभी आपको पक्षों को लड़ने देना पड़ता है, लेकिन शी हमारी मदद करेंगे — और हम मिलकर यूक्रेन पर काम करेंगे। इससे ज़्यादा हम कुछ नहीं कर सकते।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने शी से रूसी तेल की खरीद बंद करने का अनुरोध नहीं किया, जबकि वार्ता से पहले उन्होंने ऐसा करने का संकेत दिया था।
दूसरी ओर, बुसान में अपने भाषण के दौरान शी जिनपिंग ने कहा कि बीजिंग और वाशिंगटन को “अपने देशों और पूरी दुनिया की भलाई के लिए अधिक ठोस कदम मिलकर उठाने चाहिए।”
चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, शी ने कहा, “आज जब दुनिया कई जटिल चुनौतियों से जूझ रही है, चीन और अमेरिका जैसे प्रमुख देशों को साझा ज़िम्मेदारी निभानी चाहिए।”
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रंप वैश्विक संघर्षों को सुलझाने को लेकर “काफ़ी उत्साहित” हैं, जबकि चीन हमेशा से शांति वार्ता को संकट समाधान का माध्यम मानता आया है।
शी ने दोहराया कि चीन का यूक्रेन पर रुख अपरिवर्तित है — बीजिंग बातचीत और संवाद को ही आगे बढ़ाने का समर्थक रहेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि “जटिल समस्याओं का कोई आसान हल नहीं होता।”
फरवरी 2022 में युद्ध भड़कने के बाद से रूस और चीन के बीच सहयोग बढ़ा है। पश्चिमी प्रतिबंधों के बाद बीजिंग रूसी तेल का प्रमुख खरीदार बन गया है और दोनों देश अब अपने रिश्ते को “सीमा रहित रणनीतिक साझेदारी” बताते हैं।














