
14 अक्टूबर 2025। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गाज़ा में युद्ध समाप्त करवाने के अपने प्रयासों पर हल्के-फुल्के अंदाज़ में कहा कि शायद इससे भी उन्हें “स्वर्ग का टिकट” नहीं मिलेगा।
इज़राइल रवाना होते समय एयर फ़ोर्स वन में ट्रंप से फ़ॉक्स न्यूज़ के पत्रकार पीटर डूसी ने पूछा कि क्या गाज़ा संघर्ष का समाधान उन्हें स्वर्ग जाने में मदद करेगा। इस पर ट्रंप मुस्कुराते हुए बोले,
“मैं थोड़ा मज़ाक कर रहा हूँ... लेकिन सच कहूँ तो मुझे नहीं लगता कि मैं स्वर्ग जाने वाला हूँ। शायद मैं अभी स्वर्ग में ही हूँ, क्योंकि हम एयर फ़ोर्स वन में हैं। मुझे यकीन नहीं कि मैं स्वर्ग बनाऊँगा, लेकिन मैंने बहुत से लोगों की ज़िंदगी बेहतर की है।”
ट्रंप ने आगे दावा किया कि इज़राइल-हमास संघर्ष “आठवाँ युद्ध” है जिसे उन्होंने सुलझाया है।
सोमवार को हमास ने करीब 2,000 फ़िलिस्तीनी कैदियों के बदले 20 शेष इज़राइली बंधकों को रिहा किया, जिसके बाद इज़राइली सेना ने गाज़ा के कई हिस्सों से अपनी सेनाएँ हटा लीं।
उसी दिन मिस्र के शर्म अल-शेख में ट्रंप, मिस्र, कतर और तुर्की के नेताओं ने युद्धविराम और “स्थायी शांति व्यवस्था” के लिए एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए।
ट्रंप की 20-सूत्रीय शांति योजना के अनुसार, गाज़ा को “कट्टरपंथ-मुक्त और आतंक-मुक्त क्षेत्र” बनाया जाएगा। हालांकि हमास ने कैदियों की अदला-बदली पर सहमति जताई है, पर उसने निरस्त्रीकरण और सत्ता सौंपने से इनकार किया है। वहीं, इज़राइल ने भी अभी तक पूरी तरह से वापसी की प्रतिबद्धता नहीं जताई है।
धार्मिक दृष्टि से ट्रंप का पालन-पोषण एक प्रेस्बिटेरियन परिवार में हुआ था, और उनके राजनीतिक करियर के दौरान उन्हें ईसाई इवेंजेलिकल समुदाय का लगातार मज़बूत समर्थन मिलता रहा है।