20 नवंबर 2025। अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस एक बार फिर विवादों में हैं। एक नई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उनके फाउंडेशन ने उस ब्रिटेन आधारित NGO को फंड दिया जिसने एलन मस्क के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) को निशाना बनाया और बड़े विज्ञापनदाताओं पर प्लेटफॉर्म से दूरी बनाने का दबाव बनाया।
250,000 डॉलर का अनुदान, सीधा असर X पर
वाशिंगटन फ्री बीकन की रिपोर्ट के अनुसार, सोरोस की संस्था Open Society Foundations (OSF) ने पिछले वर्ष Center for Countering Digital Hate (CCDH) को 2.5 लाख डॉलर दिए। यह फंड “सामान्य सहायता” के नाम पर दिया गया, लेकिन संगठन का ट्रैक रिकॉर्ड बताता है कि वह सोशल मीडिया कंपनियों पर कड़ा दबाव बनाता है।
CCDH दावा करता है कि उसका उद्देश्य सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाली सामग्री रोकना है। लेकिन व्यवहार में इसने ऐसी कंपनियों और समाचार संस्थानों पर कार्रवाई की मांग की जिन्हें वह अपनी विचारधारा के खिलाफ मानता है। रिपोर्ट के मुताबिक, संस्था ने कई बड़े ब्रांड्स को X पर विज्ञापन बंद करने के लिए लगातार प्रभावित किया।
रूढ़िवादी मीडिया भी निशाने पर
रिपोर्ट का कहना है कि द फेडरलिस्ट, द डेली वायर जैसे कंजरवेटिव मीडिया आउटलेट्स को CCDH ने नस्लवाद और गलत सूचना के नाम पर बार-बार टारगेट किया। इतना ही नहीं, संगठन ने अमेरिकी नीति-निर्माताओं पर एक “स्वतंत्र डिजिटल रेगुलेटर” बनाने का दबाव बनाने की कोशिश भी की।
“मस्क के ट्विटर को खत्म करना हमारी प्राथमिकता”
जांचकर्ताओं द्वारा उजागर आंतरिक दस्तावेजों से पता चलता है कि CCDH की वार्षिक रणनीति में “मस्क के ट्विटर को खत्म करना” को सर्वोच्च प्राथमिकता बताया गया था। यह वही समय था जब मस्क X पर ‘कंटेंट मॉडरेशन’ को कमजोर करने और ज्यादा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का समर्थन कर रहे थे।
मस्क बनाम सोरोस — पुराना टकराव
एलन मस्क और सोरोस की अनबन पुरानी है। मस्क ने CCDH पर विज्ञापनदाताओं को डराने और X को नुकसान पहुंचाने के लिए मुकदमा भी किया था, हालांकि वह कानूनी लड़ाई ज्यादा आगे नहीं बढ़ सकी।
मस्क ने खुले तौर पर सोरोस पर “मानवता के खिलाफ अपराधों” और टेस्ला के खिलाफ हमलों को फंड करने जैसे आरोप भी लगाए।
ट्रंप भी मैदान में
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी सोरोस के खिलाफ कड़े बयान दिए हैं। उनका कहना है कि अगर वह सत्ता में आते हैं तो सोरोस पर मुकदमा चलाया जाएगा। ट्रंप का दावा है कि अमेरिका में हुए कई बड़े प्रदर्शनों के पीछे “सोरस-फंडेड पेशेवर प्रदर्शनकारी” शामिल रहे।
लंबे समय से आरोपों के घेरे में
जॉर्ज सोरोस को अक्सर चुनावों में हस्तक्षेप करने, मीडिया पर प्रभाव डालने और विचारधारा-आधारित एजेंडा चलाने के आरोप झेलने पड़े हैं। उनके NGO नेटवर्क पर कई देशों में विरोध आंदोलनों को बढ़ावा देने और असहमत विचारों को दबाने के आरोप लगते आए हैं।














