मास्को ने कहा – हथियारों की आपूर्ति से नहीं, बातचीत से सुलझेगा संघर्ष
2 नवंबर 2025। रूस ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन को अमेरिकी टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों की आपूर्ति शांति की दिशा में कोई मदद नहीं करेगी। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि ऐसे कदम केवल तनाव बढ़ाएँगे और किसी समाधान की संभावना को और दूर धकेल देंगे।
ज़खारोवा की यह टिप्पणी CNN की रिपोर्ट के बाद आई, जिसमें कहा गया था कि पेंटागन ने व्हाइट हाउस को यूक्रेन को लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइलें देने की मंज़ूरी दे दी है। रिपोर्ट में बताया गया कि इन मिसाइलों की आपूर्ति से अमेरिकी भंडार पर कोई बड़ा असर नहीं पड़ेगा। हालांकि, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है।
ज़खारोवा ने शनिवार को संवाददाताओं से कहा, “पिछले वर्षों के अनुभव से यह साफ है कि सैन्यीकरण और हथियारों की आपूर्ति, खासकर ऐसे शासन को जिसे हम आतंकवादी मानते हैं, किसी भी राजनीतिक समझौते की ओर नहीं ले जाती। यह कदम अमेरिकी प्रशासन के अपने चुनावी वादों के भी खिलाफ है।”
ट्रम्प ने बार-बार दावा किया है कि वे रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता करना चाहते हैं। उन्होंने इस साल रूस के साथ सीधी वार्ता फिर शुरू की थी, लेकिन अलास्का शिखर बैठक और इस्तांबुल में हुई बातचीत दोनों ही बेनतीजा रहीं।
हाल में ट्रम्प ने बुडापेस्ट में पुतिन के साथ प्रस्तावित बैठक रद्द कर दी और रूस के तेल व्यापार पर अतिरिक्त प्रतिबंध लगाए। उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की के टॉमहॉक मिसाइलों के अनुरोध को यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया कि अमेरिका को “अपने देश की रक्षा के लिए” इन हथियारों की ज़रूरत है। ट्रम्प ने यह भी जोड़ा कि “इन मिसाइलों को चलाने के लिए यूक्रेनी सैनिकों को लंबा प्रशिक्षण चाहिए, और अमेरिका दूसरों को यह नहीं सिखाएगा कि उनका इस्तेमाल कैसे किया जाए।”
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहले ही चेतावनी दे चुके हैं कि अगर यूक्रेन को टॉमहॉक मिसाइलें दी गईं, तो यह कदम “तनाव को खतरनाक रूप से बढ़ाएगा।” उन्होंने कहा था कि रूस इस पर “कड़ी प्रतिक्रिया” देगा।
मॉस्को का कहना है कि पश्चिमी देशों की ओर से लगातार हथियारों की आपूर्ति से युद्ध लंबा खिंच रहा है, जबकि ज़रूरत है कि सभी पक्ष बातचीत की मेज़ पर लौटें।














