7 नवंबर 2025। वैज्ञानिकों ने एक ऐसा माइक्रोब खोजा है जो जहरीले धातु अवशेषों को असली सोने में बदलने की क्षमता रखता है। जर्मनी की मार्टिन लूथर यूनिवर्सिटी और टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ म्यूनिख के शोधकर्ताओं ने इस दुर्लभ सूक्ष्मजीव Cupriavidus metallidurans की पहचान की है, जो अत्यधिक भारी धातुओं वाले वातावरण में भी जीवित रहता है।
वैज्ञानिकों के अनुसार, यह बैक्टीरिया अपने अंदर मौजूद एक विशेष एंजाइम CopA का उपयोग कर सोने के यौगिकों को डिटॉक्सिफाई करता है। इसी प्रक्रिया के दौरान यह सूक्ष्म सोने के कण बनाता है, जो धीरे-धीरे इकट्ठे होकर छोटे-छोटे कणों का रूप ले लेते हैं। यह प्राकृतिक प्रक्रिया पृथ्वी पर सोने की प्राकृतिक उत्पत्ति को समझाने में अहम कड़ी मानी जा रही है।
हालांकि यह खोज किसी अलौकिक “कचरे से सोना बनाने” वाली तकनीक जैसी लग सकती है, लेकिन वैज्ञानिक साफ कर रहे हैं कि फिलहाल यह शोध प्रकृति के रहस्यों को समझने तक ही सीमित है। लेकिन भविष्य में ऐसी जैविक प्रक्रियाएँ पर्यावरण-अनुकूल तरीके से सोने के निष्कर्षण के नए रास्ते खोल सकती हैं, जिसमें जहरीले रसायनों की जरूरत कम होगी।
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह खोज खान उद्योग और पर्यावरणीय अनुसंधान दोनों क्षेत्रों में नए अध्याय की शुरुआत कर सकती है।














