
28 अप्रैल 2025। योगी सरकार ने प्रदेशवासियों को एक बड़ा तोहफा दिया है। उत्तर प्रदेश में 10 लाख लोगों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रशिक्षण देने की योजना तैयार की गई है। इसका उद्देश्य युवाओं को रोजगार के लिए सक्षम बनाना और प्रदेश को एआई हब के रूप में विकसित करना है।
सरकार ने दिसंबर 2025 तक इस प्रशिक्षण अभियान को पूरा करने का लक्ष्य रखा है। माइक्रोसॉफ्ट, इंटेल, गुवी, एचसीएल, वाधवानी और वन एम वन बी जैसी प्रमुख आईटी कंपनियां इस कार्यक्रम से जुड़ी हैं, जो विभिन्न वर्गों के लोगों को प्रशिक्षण देंगी। सरकारी कर्मचारी, शिक्षक, डॉक्टर, नर्स, तकनीकी पेशेवर और किसान इस योजना के लाभार्थी होंगे।
मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि इस पहल से प्रशासनिक ढांचे, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और अन्य क्षेत्रों में एआई तकनीक के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। सरकार चाहती है कि प्रदेश के शहरी और ग्रामीण नागरिक डिजिटल व तकनीकी कौशल में दक्ष बनें।
गुवी कंपनी के माध्यम से 3500 से अधिक प्रशिक्षकों द्वारा ऑफलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए पहले प्रशिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। वहीं, वाधवानी कंपनी वरिष्ठ शिक्षकों को ऑफलाइन और कनिष्ठ शिक्षकों तथा छात्रों को ऑनलाइन प्रशिक्षण देगी। इस कार्य में गुरुमित्र एलएमएस प्लेटफॉर्म का उपयोग किया जाएगा।
वन मिलियन वन बिलियन कंपनी, आईबीएम, ओप्पो और मेटा के सहयोग से भी प्रशिक्षण कार्यक्रम को आगे बढ़ाया जाएगा। प्रशिक्षण में मशीन लर्निंग, डाटा एनालिटिक्स, और विभिन्न क्षेत्रों में एआई के व्यावहारिक उपयोग जैसे विषय शामिल होंगे।
योजना के पहले दो महीनों में प्रशिक्षकों की नियुक्ति और पाठ्यक्रम सामग्री तैयार की जाएगी। तीसरे महीने से पूरे राज्य में प्रशिक्षण केंद्रों की स्थापना शुरू हो जाएगी। इस संबंध में आईटी विभाग की विशेष सचिव नेहा जैन ने सभी विभागों, मंडलायुक्तों और जिलाधिकारियों को विस्तृत निर्देश भेज दिए हैं।