
📍 नई दिल्ली | 25 मई 2025 | प्रतिवाद विशेष रिपोर्ट
भारत ने वैश्विक आर्थिक पटल पर एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए जापान को पीछे छोड़ दिया है और अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। यह घोषणा नीति आयोग के सीईओ बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम ने शनिवार को 'विकसित भारत के लिए विकसित राज्य 2047' विषय पर आयोजित 10वीं गवर्निंग काउंसिल बैठक के दौरान की।
🔹 भारत की अर्थव्यवस्था पहुंची 4 ट्रिलियन डॉलर के पार
नीति आयोग द्वारा आयोजित इस उच्च स्तरीय बैठक में बी. वी. आर. सुब्रह्मण्यम ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अब 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के आंकड़े को पार कर चुकी है। इसके साथ ही भारत ने जापान को पछाड़ते हुए पांचवें से चौथे स्थान पर छलांग लगाई है। जापान अब दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
यह उपलब्धि न केवल भारत के आर्थिक विकास का संकेत देती है, बल्कि 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में एक ठोस कदम भी मानी जा रही है।
🔸 बैठक में ‘विकसित भारत’ की रूपरेखा पर मंथन
इस महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। उन्होंने कहा:
“विकसित भारत हर भारतीय का लक्ष्य है। जब हर राज्य विकसित होगा, तभी भारत विकसित होगा। यह 140 करोड़ देशवासियों की सामूहिक आकांक्षा है।”
बैठक में देशभर से मुख्यमंत्रियों, उपमुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और ‘विकसित भारत के लिए विकसित राज्य 2047’ विषय पर विचार साझा किए।
🔹 देश के आर्थिक प्रदर्शन पर नेताओं की प्रतिक्रिया
नीति आयोग की इस बैठक के बाद देश की आर्थिक सफलता पर कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रतिक्रिया दी। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक ट्वीट में कहा:
“भारत, जापान से आगे निकलकर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। #ViksitBharat की ओर एक तेज़ कदम, एक बड़ी छलांग। प्रधानमंत्री मोदी जी को इसके लिए धन्यवाद।”
🔸 आर्थिक विकास के पीछे मजबूत नीतिगत दिशा
विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के इस आर्थिक उत्थान के पीछे मजबूत नीति निर्धारण, निवेश-प्रोत्साहक माहौल, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और सुधारात्मक आर्थिक रणनीतियाँ रही हैं। भारत ने न केवल वैश्विक अस्थिरताओं का मुकाबला किया, बल्कि अपने भीतर नवाचार, उद्यमिता और उत्पादकता को बढ़ावा देकर इस मुकाम तक पहुंचा।
✅ नज़रें अब तीसरे स्थान पर: क्या जर्मनी अगला लक्ष्य है?
भारत की अर्थव्यवस्था फिलहाल चौथे स्थान पर है और तीसरे स्थान पर जर्मनी मौजूद है, जिसकी GDP लगभग 4.5 ट्रिलियन डॉलर के आसपास है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर भारत इसी गति से विकास करता रहा, तो आगामी वर्षों में वह तीसरे स्थान पर भी काबिज हो सकता है।
📌 भारत का दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनना केवल आंकड़ों की उपलब्धि नहीं, बल्कि नए भारत की वैश्विक नेतृत्व की दिशा में यात्रा का प्रतीक है। यह उपलब्धि देश के प्रत्येक नागरिक, उद्यमी, नीति निर्माता और श्रमिक की संयुक्त मेहनत का परिणाम है। अब अगला लक्ष्य है — 2047 तक विकसित भारत।