
2 अगस्त 2025। मध्य प्रदेश पुलिस ने नशा मुक्ति के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए "वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स" में अपना नाम दर्ज कराया है। पुलिस द्वारा चलाए गए 15 दिवसीय जन-जागरूकता अभियान "नशे से दूरी है जरूरी" को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है। इस उपलब्धि के लिए प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना को 13 सितंबर को लंदन स्थित ब्रिटिश संसद में सम्मानित किया जाएगा।
◼️ अभियान की व्यापकता और असर
यह अभियान 15 जुलाई से 30 जुलाई तक पूरे प्रदेश में चलाया गया। राज्य के 175 थाना क्षेत्रों और 57 जिलों में एक साथ जन-जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। अभियान को सोशल मीडिया के ज़रिए भी बड़े स्तर पर फैलाया गया, जिससे यह 6 करोड़ 35 लाख लोगों तक पहुँचा। वहीं, 23 लाख लोगों ने प्रत्यक्ष रूप से इसमें भागीदारी की।
◼️ DGP मकवाना ने साझा की भावना
DGP कैलाश मकवाना ने कहा, "यह सम्मान सिर्फ मेरा नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति का है जो इस अभियान का हिस्सा बना। पुलिसकर्मियों के साथ-साथ स्वयंसेवकों, अभिभावकों और जागरूक नागरिकों ने मिलकर इसे जनआंदोलन बनाया।"
उन्होंने आगे कहा, "हमारा उद्देश्य युवाओं और किशोरों को नशे के दुष्प्रभावों से दूर रखना और उन्हें एक स्वस्थ भविष्य की दिशा में प्रेरित करना था। हर गांव, हर स्कूल, हर युवा तक पहुंचने का प्रयास किया गया। यह अभियान समाज को नशामुक्त दिशा देने का प्रमाण है।"
◼️ समाज की हस्तियों का सहयोग
इस अभियान को सामाजिक व सांस्कृतिक क्षेत्र की प्रमुख हस्तियों ने भी समर्थन दिया। प्रसिद्ध पार्श्व गायक कैलाश खेर ने अपने संदेश में कहा, "अगर आपके बच्चे या भाई नशे की गर्त में चले जाएं, तो नाम, शोहरत और दौलत सब बेमानी हो जाते हैं। सच्चा समाज वही है, जो दूसरों की जिंदगी संवार सके।"
◼️ आध्यात्मिक पहलू भी आया सामने
हार्टफुलनेस संस्था के कमलेश पटेल ने कहा, "नशे से मुक्ति केवल शरीर की नहीं, आत्मा की भी होती है। जब भीतर शांति और अनुशासन का दीप जलता है, तो नशा अपने आप पीछे छूट जाता है। भीतर की यात्रा ही बाहर की जीत का आधार है।"
◼️ मध्य प्रदेश पुलिस को अंतरराष्ट्रीय मान्यता
अभियान को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की मान्यता मिलना न केवल पुलिस विभाग बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव की बात है। यह उपलब्धि यह भी दर्शाती है कि समाज और पुलिस मिलकर किसी भी सामाजिक बुराई के खिलाफ बड़ा बदलाव ला सकते हैं।