
8 अक्टूबर 2025। सीनेटर बर्नी सैंडर्स की नई रिपोर्ट ने चेताया है कि अगले दस वर्षों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ऑटोमेशन अमेरिका में करीब 10 करोड़ नौकरियों को खतरे में डाल सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे अधिक जोखिम फास्ट फूड, कस्टमर सर्विस, अकाउंटिंग, ट्रक ड्राइविंग और हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों को है। अनुमान है कि फास्ट फूड वर्कर्स की 89%, अकाउंटेंट्स की 64% और ट्रक ड्राइवर्स की 47% नौकरियां खत्म हो सकती हैं।
सैंडर्स ने आरोप लगाया कि एआई तकनीक को सार्वजनिक हित के बजाय कॉर्पोरेट मुनाफा बढ़ाने के लिए विकसित किया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि इस तकनीक के पीछे एलोन मस्क, मार्क ज़करबर्ग, जेफ बेजोस जैसे अरबपति हैं, जो श्रम लागत घटाकर अपने मुनाफे में इजाफा करना चाहते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे कृषि क्रांति हजारों साल में, औद्योगिक क्रांति एक सदी में आई थी, वैसे ही आर्टिफिशियल लेबर केवल एक दशक में अर्थव्यवस्था को बदल सकता है। सैंडर्स ने व्यावसायिक नेताओं के हवाले से कहा कि स्वचालित परियोजनाओं की तेज गति से विनिर्माण, ट्रकिंग, टैक्सी सेवाओं के कर्मचारियों पर बड़ा असर पड़ रहा है।
उन्होंने मांग की कि एआई और ऑटोमेशन का फायदा सिर्फ कुछ अमीरों को नहीं, बल्कि सभी कामकाजी लोगों को मिले। इससे निपटने के लिए उन्होंने वेतन के नुकसान के बिना कम घंटों की वर्कवीक, यूनियन सदस्यता बढ़ाने, और 'रोबोट टैक्स' जैसे उपाय सुझाए।
अमेज़न और वॉलमार्ट जैसे बड़े कॉर्पोरेट समूह पहले से ही ऑटोमेशन को अपनाकर हजारों पदों की कटौती कर चुके हैं।