
19 सितंबर 2025। Mozilla ने हाल ही में Firefox 143 लॉन्च किया है, जिसमें कई नए फीचर जोड़े गए हैं। इनमें Windows UI ऑटोमेशन, AI चैटबॉट सपोर्ट (Microsoft Copilot) और बेहतर प्राइवेसी प्रोटेक्शन शामिल हैं। इसके साथ ही Google Lens का सपोर्ट भी धीरे-धीरे रोलआउट हो रहा है।
हालांकि, नए फीचर को लेकर यूज़र कम्युनिटी बंट गई है। कुछ लोग मानते हैं कि AI और थर्ड-पार्टी टूल जोड़ने से यह प्राइवेसी-फोकस्ड ब्राउज़र अपनी मूल पहचान से भटक रहा है।
नए फीचर क्या हैं?
Copilot AI इंटीग्रेशन: अब Firefox साइडबार से सीधे Microsoft Copilot चैटबॉट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
Windows UI ऑटोमेशन: इस अपडेट से यूज़र Voice Access, Narrator और Text Cursor Indicator जैसे टूल्स से कंप्यूटर को बोलकर या अन्य असिस्टिव टेक्नोलॉजी से कंट्रोल कर सकते हैं।
Google Lens सपोर्ट: इमेज पर राइट-क्लिक करके यूज़र मिलते-जुलते प्रोडक्ट या जानकारी Google पर देख सकते हैं।
प्राइवेसी अपग्रेड: ऑनलाइन फिंगरप्रिंटिंग को और छिपाया गया है। Android पर DNS over HTTPS (DoH) जोड़ा गया है।
अन्य बदलाव:
कैमरा एक्सेस मांगने पर परमिशन डायलॉग में वेबकैम प्रीव्यू।
एड्रेस बार में इवेंट और तारीख़ें दिखना।
टैब पिनिंग में सुधार।
साइट को Windows पर वेब ऐप की तरह चलाने और टास्कबार पर पिन करने का विकल्प।
यूज़र प्रतिक्रियाएँ
नए AI फीचर ने कम्युनिटी में बहस छेड़ दी है।
एक यूज़र ने लिखा: “उपयोगकर्ताओं पर AI थोपना बंद करें। Firefox अपनी पहचान खो रहा है।”
दूसरे ने कहा: “एक समय यह सबसे तेज़ और सुरक्षित ब्राउज़र था। लेकिन अब बार-बार अपडेट और फीचर जोड़ने से यह भारी और रिसोर्स-खपत करने वाला बन गया है।”
वहीं, कुछ लोग मानते हैं कि Microsoft 365 Copilot जैसे AI सपोर्ट ज़रूरी हैं, क्योंकि लगभग सभी बड़े ब्राउज़र यह सुविधा दे रहे हैं।
Mozilla की चेतावनी
कंपनी ने साफ़ किया है कि जो भी यूज़र AI चैटबॉट इस्तेमाल करेंगे, वे उस सर्विस प्रोवाइडर की प्राइवेसी पॉलिसी और शर्तों से बंधे होंगे, जो Firefox की तुलना में ढीली हो सकती हैं। Mozilla ने सलाह दी है कि AI चैट से मिली किसी भी जानकारी को वेरिफाई किया जाए और अपने डेटा को सुरक्षित रखने के लिए गाइडलाइंस फॉलो की जाएं।
कुल मिलाकर, Firefox 143 ने तकनीकी रूप से ब्राउज़र को और पावरफुल बनाया है, लेकिन यूज़र्स के बीच सवाल यह है कि क्या इन बदलावों से इसका प्राइवेसी-फर्स्ट ब्राउज़र वाला इमेज कमजोर हो रहा है।