×

EU के बड़े जुर्माने के बाद मेटा अपनी एड पॉलिसी बदलेगा

News from Bhopal, Madhya Pradesh News, Heritage, Culture, Farmers, Community News, Awareness, Charity, Climate change, Welfare, NGO, Startup, Economy, Finance, Business summit, Investments, News photo, Breaking news, Exclusive image, Latest update, Coverage, Event highlight, Politics, Election, Politician, Campaign, Government, prativad news photo, top news photo, प्रतिवाद, समाचार, हिन्दी समाचार, फोटो समाचार, फोटो
Place: भोपाल                                                👤By: prativad                                                                Views: 211

10 दिसंबर 2025। EU के सख्त डिजिटल नियमों ने आखिरकार मेटा को झुका दिया है। यूरोपियन कमीशन ने कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम चलाने वाली कंपनी अब EU यूज़र्स को पर्सनलाइज़्ड एड्स से ऑप्ट-आउट करने का विकल्प देगी। यह बदलाव अगले साल से लागू होगा।

यह फैसला उस समय आया जब अप्रैल में मेटा पर डिजिटल मार्केट्स एक्ट (DMA) तोड़ने के लिए 200 मिलियन यूरो का भारी जुर्माना लगाया गया था। कंपनी यूज़र्स को डेटा-ड्रिवन एडवरटाइजिंग के लिए कानूनी विकल्प देने में नाकाम रही थी।

कमीशन ने कहा कि नई पॉलिसी से लोगों को यह चुनने की पूरी आजादी मिलेगी कि उनका डेटा विज्ञापनों के लिए इस्तेमाल हो या नहीं। बदलाव लागू होने के बाद EU, मेटा और अन्य स्टेकहोल्डर्स से फीडबैक भी लेगा।

मेटा ने इस घोषणा को स्वीकार किया, लेकिन साथ ही अपने मॉडल का बचाव भी किया। कंपनी का कहना है कि पर्सनलाइज़्ड एड्स यूरोप की अर्थव्यवस्था के लिए अहम हैं और उनका मौजूदा सिस्टम पहले से ही DMA के हिसाब से सही है।

यह सब ऐसे समय हो रहा है जब डिजिटल रेगुलेशन पर अमेरिका और यूरोप के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है। अमेरिकी अधिकारी लंबे समय से EU पर बड़ी अमेरिकी टेक कंपनियों को निशाना बनाने का आरोप लगाते रहे हैं।

इसी महीने EU ने पहली बार एलन मस्क की कंपनी X के खिलाफ नॉन-कम्प्लायंस फैसला भी सुनाया और प्लेटफॉर्म पर भ्रामक डिज़ाइन तरीकों के आरोप में 120 मिलियन यूरो का जुर्माना लगाया। वॉशिंगटन ने इस एक्शन की आलोचना करते हुए इसे अमेरिकी टेक प्लेटफॉर्म्स पर हमला बताया।

मस्क ने EU को “ब्यूरोक्रेटिक मॉन्स्टर” तक कह दिया और ब्लॉक को “खत्म” करने की मांग कर डाली।

EU अधिकारियों का कहना है कि नियम सभी कंपनियों पर बराबरी से लागू होते हैं और यह यूरोप की अपनी पारदर्शिता और यूज़र प्रोटेक्शन की सोच को दिखाते हैं। यूरोपियन काउंसिल के प्रेसिडेंट एंटोनियो कोस्टा ने कहा कि EU के डिजिटल नियम उसके लोकतांत्रिक मॉडल और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता की समझ का हिस्सा हैं।

Related News

Global News