ChatGPT-5 से संचालित यह एजेंट फिलहाल निजी बीटा में उपलब्ध
2 नवंबर 2025। OpenAI ने सॉफ्टवेयर सुरक्षा पर केंद्रित एक नया AI एजेंट “Aardvark” पेश किया है, जो ChatGPT-5 द्वारा संचालित है। फिलहाल यह एजेंट चुनिंदा साझेदारों के लिए निजी बीटा चरण में उपलब्ध है। इसका उद्देश्य कंपनियों को उनके सॉफ्टवेयर में संभावित कमजोरियों की पहचान करने और उन्हें ठीक करने में मदद करना है।
OpenAI का कहना है कि Aardvark एक “स्वायत्त सुरक्षा शोधकर्ता” की तरह काम करता है — यानी यह कोड पढ़ता है, उसका विश्लेषण करता है, टूल चलाता है और परीक्षण करके सुरक्षा खामियों को खोज निकालता है। एजेंट LLM-आधारित तर्क और टूल उपयोग की मदद से कमजोरियों का पता लगाता है और समाधान तैयार करता है।
कैसे काम करता है Aardvark
Aardvark पहले सोर्स कोड रिपॉजिटरी की निगरानी करता है, फिर कोड कमिट्स का विश्लेषण कर कमजोरियों की जांच करता है। इसके बाद यह सबसे अधिक जोखिम वाली खामियों को प्राथमिकता देता है। जब कोई संभावित कमजोरी मिलती है, तो एजेंट उसे “सैंडबॉक्स वातावरण” में टेस्ट करता है ताकि यह देखा जा सके कि उसे वास्तव में एक्सप्लॉइट किया जा सकता है या नहीं।
इसके बाद Aardvark, OpenAI के कोडिंग एजेंट Codex के जरिये डेवलपर्स को सुधार के सुझाव देता है — जिनमें कोड रिव्यू, फिक्स और अपडेट शामिल हैं। कंपनी का कहना है कि यह एजेंट सिर्फ तकनीकी कमजोरियों ही नहीं, बल्कि तर्क संबंधी खामियों, अधूरे सुधारों, और गोपनीयता जोखिमों का भी पता लगा सकता है।
शुरुआती परिणाम और उपयोग
OpenAI पहले से ही अपने सिस्टम्स की सुरक्षा के लिए Aardvark का इस्तेमाल कर रहा है। कंपनी का दावा है कि परीक्षणों के दौरान Aardvark ने 92% नकली कमजोरियों की सटीक पहचान की, जिससे इसकी वास्तविक उपयोगिता साबित होती है।
यह एजेंट पहले ही कई ओपन-सोर्स प्रोजेक्ट्स में काम कर चुका है, जहाँ इसने कई कमजोरियाँ पकड़ीं। इनमें से 10 कमजोरियों को आधिकारिक CVE (Common Vulnerabilities and Exposures) के रूप में वर्गीकृत किया गया है।
OpenAI की नई सुरक्षा नीति
कंपनी ने साथ ही अपनी “समन्वित प्रकटीकरण नीति” (Coordinated Disclosure Policy) को अपडेट किया है। इसके तहत, OpenAI अब तृतीय-पक्ष सॉफ्टवेयर या सिस्टम में पाई गई कमजोरियों की रिपोर्ट डेवलपर्स और विक्रेताओं को सीधे देगी। यह बदलाव डेवलपर्स के साथ कंपनी के सहयोग को और पारदर्शी और जिम्मेदार बनाने की दिशा में एक कदम माना जा रहा है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि Aardvark जैसा एजेंट सॉफ्टवेयर उद्योग में एक बड़ा बदलाव ला सकता है — जहाँ अब कोड सुरक्षा के लिए मानव टीमों के साथ AI भी सक्रिय भूमिका निभाएगा।














