
9 अक्टूबर 2025। मुंबई में ऐतिहासिक समझौतों के बाद प्रधानमंत्री कीर स्टारमर को विश्वास – ब्रिटेन में 7,000 से ज़्यादा नए रोज़गार खुलने के आसार।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा है कि भारत की अपनी दो दिवसीय व्यापारिक यात्रा के दौरान हुए कई बड़े समझौतों से ब्रिटेन में करीब 7,000 नए रोज़गार अवसर पैदा हो सकते हैं। स्टारमर मुंबई में हुए इन समझौतों को ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था के लिए “नई ऊर्जा” देने वाला बता रहे हैं।
प्रधानमंत्री दफ़्तर के अनुसार, भारतीय निवेश से ब्रिटेन के उभरते औद्योगिक क्षेत्रों—अगली पीढ़ी की इलेक्ट्रिक मोटरबाइक, सेमीकंडक्टर निर्माण और कृषि नवाचार—को मज़बूती मिलेगी।
"भारत भेजा गया अब तक का सबसे बड़ा व्यापार मिशन"
स्टारमर ने बुधवार को कहा, “यह ब्रिटेन द्वारा भारत भेजा गया अब तक का सबसे बड़ा व्यापार मिशन है। इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुए मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के बाद यह उसी का दूसरा चरण है। यूरोपीय संघ से बाहर आने के बाद यह हमारे लिए सबसे बड़ा आर्थिक समझौता साबित होगा।”
स्टारमर इस समय 125 व्यापारिक नेताओं, सांस्कृतिक हस्तियों और विश्वविद्यालय प्रमुखों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं, जिनका उद्देश्य ब्रिटेन में निवेश बढ़ाना और घरेलू अर्थव्यवस्था को रफ़्तार देना है।
भारतीय निवेशकों ने जताया भरोसा
ब्रिटिश प्रधानमंत्री कार्यालय के बयान के मुताबिक, कुल 64 भारतीय निवेशक ब्रिटेन के विभिन्न क्षेत्रों में £1.3 बिलियन (करीब 1.7 अरब डॉलर) का निवेश करेंगे। यह निवेश दर्शाता है कि एफटीए के बाद दोनों देशों के व्यापारिक रिश्तों में निवेशकों का विश्वास और गहराया है।
अरबों डॉलर का मुक्त व्यापार समझौता असर दिखा रहा
बीबीसी के अनुसार, जुलाई में हुए ब्रिटेन-भारत मुक्त व्यापार समझौते से कई ब्रिटिश वस्तुओं पर शुल्क घटाया गया, जिससे वे भारतीय बाज़ार में अधिक प्रतिस्पर्धी बन गई हैं। ब्रिटिश सरकार का दावा है कि इस समझौते से देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में हर साल 6.4 अरब डॉलर की वृद्धि होगी।
प्रबंधन परामर्श कंपनी ग्रांट थॉर्नटन के आंकड़े बताते हैं कि भारत पहले से ही ब्रिटेन में एक प्रमुख निवेशक है। वहाँ 1,197 भारतीय स्वामित्व वाली कंपनियाँ सक्रिय हैं, जिनका संयुक्त राजस्व 2025 तक 96.4 अरब डॉलर तक पहुँचने का अनुमान है।
मोदी से मुलाकात और सहयोग पर ज़ोर
बीबीसी की एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को स्टारमर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और जलवायु परिवर्तन व ऊर्जा सहयोग पर चर्चा की। दोनों नेताओं ने “जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता” कम करने और हरित ऊर्जा को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर सहमति जताई।
वीज़ा नीति में ढील से इनकार
हालाँकि, स्टारमर ने स्पष्ट किया कि ब्रिटेन भारतीय नागरिकों के लिए वीज़ा प्रतिबंधों में ढील नहीं देगा। यह बयान उन्होंने मुंबई यात्रा के दौरान आव्रजन विरोधी भावनाओं के बीच दिया।
वर्तमान में ब्रिटेन चार वर्षों में अपनी उच्चतम बेरोज़गारी दर से जूझ रहा है—जहाँ 16 वर्ष से अधिक आयु के लगभग 16.7 लाख लोग बेरोज़गार हैं।