6 दिसंबर 2025। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय आर्थिक साझेदारी को नए स्तर पर ले जाने के लिए कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। दोनों देशों का लक्ष्य है कि 2030 तक ट्रेड वॉल्यूम को 100 बिलियन डॉलर तक पहुंचाया जाए।
शुक्रवार को हुई शीर्ष स्तरीय वार्ता के बाद भारत और रूस ने इंफ्रास्ट्रक्चर, ऊर्जा, फार्मा और मीडिया सेक्टर में एक दर्जन से ज्यादा समझौतों को मंजूरी दी।
पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता ने भारत को एक स्वतंत्र और प्रभावी नीतिगत दिशा दी है, जिसके शानदार आर्थिक नतीजे सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रूस भारत के साथ “बहुआयामी संबंधों” को और गहरा करना चाहता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन के साथ 25 साल से अधिक पुराने अपने रिश्ते का जिक्र करते हुए कहा कि भारत–रूस साझेदारी की सबसे बड़ी ताकत “आपसी भरोसा” है। उनके अनुसार, यही भरोसा दोनों देशों को अपने लक्ष्यों को तेज़ी से हासिल करने की क्षमता देता है।
मोदी ने भरोसा जताया कि 2030 से पहले ही दोनों देश 100 बिलियन डॉलर के ट्रेड टारगेट को हासिल कर सकते हैं।
ऊर्जा और फार्मा सेक्टर में बड़े ऐलान
रूस ने भारत को बिना रुकावट ऊर्जा सप्लाई जारी रखने का आश्वासन दिया है।
इसके साथ ही पुतिन ने घोषणा की कि रूस के कलुगा क्षेत्र में भारत के सहयोग से एक बड़ा फार्मास्युटिकल प्लांट स्थापित किया जाएगा, जहां उच्च गुणवत्ता वाली एंटी-कैंसर दवाएं बनाई जाएंगी।
भारत को “दुनिया की फार्मेसी” कहा जाता है। देश दुनिया की 60% वैक्सीन बनाता है, वैश्विक स्तर पर 20% से ज्यादा जेनेरिक दवाएं सप्लाई करता है और अफ्रीका की 60% जेनेरिक दवाएं भारत से जाती हैं।
RT इंडिया लॉन्च
नई दिल्ली में पुतिन ने आधिकारिक तौर पर RT इंडिया न्यूज़ चैनल लॉन्च किया। पुतिन के अनुसार, यह चैनल भारतीय दर्शकों को रूस के नजरिए और वास्तविकताओं को समझने का एक नया मौका देगा।
दोनों नेताओं की केमेस्ट्री साफ दिखी
पुतिन का दो-दिवसीय भारत दौरा गुरुवार को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा रेड कार्पेट स्वागत और फिर टोयोटा SUV में एक छोटी ड्राइव के साथ शुरू हुआ। पूरे दौरे के दौरान दोनों नेताओं के व्यक्तिगत संबंधों की गर्मजोशी और सहजता साफ दिखाई दी।














