
21 अक्टूबर 2025। रूस ने साफ कहा है कि भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति बिना किसी रुकावट के जारी है, भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया हो कि भारत ने रूसी तेल खरीदना बंद करने पर सहमति जताई है।
रूसी उप विदेश मंत्री आंद्रेई रुडेंको ने सोमवार को TASS को बताया, “सब कुछ सामान्य रूप से जारी है।”
यह बयान उस समय आया जब ट्रम्प ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में फोन पर हुई बातचीत में उन्हें भरोसा दिलाया कि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। हालांकि, भारत ने इस दावे को खारिज किया है।
भारत ने किया अमेरिकी दावे से इंकार
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पत्रकारों से कहा कि उन्हें ऐसी किसी बातचीत की जानकारी नहीं है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत की ऊर्जा नीति का उद्देश्य अस्थिर वैश्विक बाज़ार में देश के उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना है।
रूस भारत का सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता
2022 से भारत ने रूस से तेल आयात में तेज़ी से बढ़ोतरी की है। सितंबर 2025 तक रूस भारत को लगभग 16 लाख बैरल प्रतिदिन तेल आपूर्ति कर रहा था, जो भारत के कुल तेल आयात का लगभग एक-तिहाई हिस्सा है।
भारतीय निजी कंपनियाँ अब भी रूसी तेल की रियायती कीमतों का लाभ उठाकर उसे परिष्कृत कर यूरोपीय बाज़ारों में उत्पाद बेच रही हैं।
अमेरिकी दबाव और रूसी भरोसा
अगस्त में ट्रम्प ने भारत पर 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, यह कहते हुए कि रूसी तेल की खरीद से यूक्रेन संघर्ष लंबा खिंच रहा है।
हाल ही में रूस ऊर्जा सप्ताह के दौरान, रूसी उप प्रधानमंत्री अलेक्ज़ांडर नोवाक ने कहा कि उन्हें भारत के साथ ऊर्जा साझेदारी के निरंतर और मजबूत बने रहने पर पूरा भरोसा है।