
24 सितंबर 2025। गूगल की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, टेक इंडस्ट्री में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तेजी से आम हो गया है। दुनिया भर के 5,000 टेक प्रोफेशनल्स पर किए गए सर्वे में 90% ने कहा कि वे अपने काम में किसी न किसी रूप में AI का इस्तेमाल करते हैं। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 14% ज्यादा है।
AI का इस्तेमाल खासकर कोडिंग, डीबगिंग और डॉक्यूमेंटेशन जैसे कामों में हो रहा है। गूगल के DORA रिसर्च डिवीजन की इस रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी की "ज्यादातर" टीमें रोज़ाना AI पर निर्भर हैं। गूगल का जेमिनी कोड असिस्ट टूल और इसी तरह के दूसरे सॉफ्टवेयर अब इंजीनियरिंग वर्कफ़्लो का हिस्सा बन गए हैं।
हालांकि, भरोसे का सवाल अभी बाकी है। सर्वे में शामिल 46% लोगों ने कहा कि वे AI से बने कोड पर "कुछ हद तक" भरोसा करते हैं, जबकि 23% ने कहा कि वे इस पर बहुत कम भरोसा करते हैं। वहीं, 20% का मानना है कि AI से क्वालिटी वाकई बेहतर हुई है।
टेक इंडस्ट्री में AI की लहर के बीच एंट्री-लेवल कर्मचारियों के लिए हालात कठिन हो रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, हाल के सालों में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स की बेरोजगारी दर बढ़ी है, और 2022 से 2025 के बीच सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग जॉब पोस्टिंग में 71% की गिरावट आई है।
गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी दिग्गज कंपनियों से लेकर Replit और Anysphere जैसे स्टार्टअप्स तक, सभी AI-सपोर्टेड डेवलपमेंट टूल्स की दौड़ में शामिल हैं। ये टूल्स मुफ्त से लेकर 45 डॉलर प्रतिमाह तक उपलब्ध हैं।
गूगल के रायन जे. साल्वा के मुताबिक, AI अभी "पूरी तरह स्वचालित डेवलपर" नहीं बना है। यह सिस्टम की समस्याएं सुलझा सकता है, लेकिन मानव समीक्षा और सुरक्षा उपायों की जरूरत बनी रहती है। उन्होंने मजाक में कहा, "सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट एक फैशन इंडस्ट्री की तरह है। नई जींस आती है, और सब उसे ट्राई करना चाहते हैं। AI भी उसी क्रेज का हिस्सा है।"