26 अक्टूबर 2025। बार्सिलोना और ओरेगन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के लिए एक नई बायोटेक्नोलॉजी विकसित की है, जो बिना दवा के कोलेस्ट्रॉल स्तर को 50% तक घटाने में मदद कर सकती है। यह तकनीक “पॉलिप्यूरिन हेयरपिन्स (PPRHs)” नामक विशेष अणुओं पर आधारित है, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने वाले PCSK9 प्रोटीन को रोकते हैं।
शोध के अनुसार, जब रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है, तो धमनियों में वसा जमने लगती है, जिससे एथेरोस्क्लेरोसिस और हृदय रोगों का खतरा बढ़ता है। वैज्ञानिकों ने पाया कि PCSK9 प्रोटीन को ब्लॉक करने से “LDL रिसेप्टर्स” की संख्या बढ़ती है, जिससे शरीर प्राकृतिक रूप से अधिक कोलेस्ट्रॉल अवशोषित कर पाता है और रक्त में उसका स्तर घटता है।
अध्ययन में HpE9 और HpE12 नामक दो PPRHs सबसे प्रभावी पाए गए। ट्रांसजेनिक चूहों पर किए गए परीक्षणों में सिर्फ एक डोज HpE12 देने से PCSK9 स्तर 50% और कुल कोलेस्ट्रॉल लगभग 47% तक घट गया।
इस विधि की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह किफायती, स्थिर और बिना किसी इम्यून प्रतिक्रिया के काम करती है। साथ ही, यह स्टेटिन दवाओं की तरह मांसपेशियों पर नकारात्मक असर नहीं डालती। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह खोज कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के क्षेत्र में एक सुरक्षित और टिकाऊ विकल्प बन सकती है।
स्रोत: यह रिपोर्ट यूनिवर्सिटी ऑफ बार्सिलोना और यूनिवर्सिटी ऑफ ओरेगन के संयुक्त अध्ययन पर आधारित है, जो Biochemical Pharmacology (2025; DOI: 10.1016/j.bcp.2025.116976) में प्रकाशित हुआ।
सहयोगी संस्थान: MICINN, NIH
डिस्क्लेमर: यह जानकारी शैक्षिक उद्देश्य से साझा की गई है। किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय या उपचार से पहले विशेषज्ञ चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।














