
प्रतिवाद डेस्क | 18 अप्रैल 2025
दुनियाभर में घटती जन्म दर को "सभ्यता के लिए गंभीर खतरा" मानते हुए टेस्ला और स्पेसएक्स के संस्थापक एलन मस्क अब व्यक्तिगत रूप से इस समस्या से लड़ने के लिए मैदान में उतर आए हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मस्क धरती पर "उच्च बुद्धि वाले बच्चों की सेना" बसाने के मिशन पर हैं।
'जनसांख्यिकीय सर्वनाश' को टालना चाहते हैं मस्क
WSJ की रिपोर्ट के मुताबिक मस्क का मानना है कि अगर इंसानों ने पर्याप्त बच्चे नहीं पैदा किए, तो मानव सभ्यता समाप्त हो सकती है। इसी सोच के चलते वे अधिक से अधिक बच्चों के पिता बनने के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क ने कई महिलाओं से बच्चे पैदा किए हैं — चार महिलाओं से कम से कम 14 ज्ञात बच्चे, हालांकि असली संख्या इससे अधिक हो सकती है।
एक महिला एशले सेंट क्लेयर, जिन्होंने मस्क से बच्चा होने का दावा किया है, ने WSJ को एक संदेश दिखाया जिसमें मस्क ने अपने बच्चों को “सेना” कहा और प्राचीन रोमन साम्राज्य का हवाला देते हुए और बच्चों की योजना पर ज़ोर दिया। उन्होंने यह भी लिखा:
"सर्वनाश से पहले सेना-स्तर तक पहुँचने के लिए, हमें सरोगेट्स (किराए की कोख) का उपयोग करना होगा।"
X प्लेटफॉर्म से ‘भविष्य की माताओं’ की तलाश
रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्क ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) का उपयोग संभावित माताओं से संपर्क करने के लिए किया — जिनमें से कई से वे व्यक्तिगत रूप से कभी नहीं मिले थे, लेकिन वे सामाजिक रूप से हाई-प्रोफाइल थीं।
मस्क की निजी ज़िंदगी पर भी उठ रहे सवाल
हालांकि मस्क का यह प्रयास उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है, उनके निजी जीवन को आलोचना का सामना भी करना पड़ा है। उनकी ट्रांसजेंडर बेटी विवियन जेना विल्सन ने उनसे सार्वजनिक रूप से संबंध तोड़ लिए और उन्हें "सीरियल एडल्टर" (लगातार बेवफाई करने वाला व्यक्ति) कहा।
इसके अलावा मस्क कनाडाई गायिका ग्रिम्स के साथ एक हिरासत विवाद में भी उलझे हैं, जिन्होंने उन पर अपने एक बच्चे को परिवार से मिलने से महीनों तक रोकने का आरोप लगाया।
क्या यह ‘गहरी सोच’ है या निजी एजेंडा?
एलन मस्क के इस मिशन को कुछ लोग सभ्यता को बचाने की कोशिश मानते हैं, तो कई इसे निजी शक्ति और नियंत्रण के विस्तार का प्रयास भी कह रहे हैं। यह बहस अब वैश्विक मंच पर है — क्या भविष्य के लिए ज्यादा बुद्धिमान बच्चों की फौज बनाना वाकई समाधान है, या यह एक नए तरह का सामाजिक प्रयोग?