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आदिवासी युवक- युवती की मृत्यु पर सदन में हंगामा, कांग्रेस ने किया बहिर्गमन

Location: Bhopal                                                 👤Posted By: prativad                                                                         Views: 1672

Bhopal: 16 मार्च 2023। मंडलेश्वर थाना अंतर्गत ग्राम वासली कुंडिया की 22 वर्षीय कविता डाबर की महू के बड़गोंदा थाना की डोंगरगांव चाैकी क्षेत्र में बुधवार को संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गई। स्वजन और ग्रामीणों ने अपहरण और सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाया है। आरोपित यदुनंदन पाटीदार गिरफ्तार किया जा चुका है। ग्रामीणों ने उसे सौंपने के लिए चौंकी को घेर लिया और पथराव करने लगे। आत्मरक्षा में पुलिस ने गोलीचालन किया, जिसमें भैरू को गोली लगी और उसका निधन हो गया।

इस घटना को लेकर विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह ने आरोप गया कि सीधे सीने में गोली मारी गई है। डा.विजय लक्ष्मी साधौ ने तीन घंटे तक प्राथमिकी नहीं की गई। कमल नाथ ने प्रदेश में आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार की बात उठाई। गृह मंत्री ने घटना को लेकर वक्तव्य दिया पर विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और आंसदी के सामने नारेबाजी करते हुए बहिर्गमन कर दिया।

प्रश्नकाल प्रारंभ होते ही नेता प्रतिपक्ष ने इस विषय को उठाते हुए कहा कि आदिवासी बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ और उसकी हत्या हो गई। आदिवासियों ने कार्रवाई के लिए चौकी का घेराव किया तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और गोली चलाकर एक युवक हत्या कर दी।

इस पर सरकार की ओर गृह मंत्री ने सदन को बताया कि वह बिटिया ने घर पानी गर्म करने के लिए राड को जब बाल्टी में डाला तो करंट लगा और उसकी मृत्यु हो गई। इससे आक्रोषित होकर बिटिया के मायके वालों ने उसे हत्या कहा और जाम लगाया।

आरोपित व्यक्ति को गिरफ्तार कर थाने लाया गया तो पूरी भीड़ वहां पहुंच गई और कहने लगे कि इसे हमें दे दो हम स्वयं न्याय करेंगे। थाने पर पथराव और हमला हुआ, जिसमें वहां का थाना प्रभारी गंभीर घायल हुए। उन्हें इंदौर रेफर करके भर्ती कराया गया। 13 पुलिस के जवान भी घायल हुए। आत्मरक्षा में गोली चली, जिसमें एक युवक की उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ कहा कि मजिस्ट्रियल जांच से यह मामला टलने वाला नहीं है। आदिवासी अत्याचार के मामले में मध्य प्रदेश पहले स्थान पर है। यह क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के आंकड़े हैं। एक भी सप्ताह ऐसा नहीं बीतता है जब आदिवासी वर्ग पर अत्याचार की घटना सामने न आती हो। स्थानीय नागरिकों ने शव को ले जाने से रोका

पांच सौ से अधिक स्थानीय नागरिकों ने डोंगरगांव चौकी को घेर लिया था। उन्होंने शव को ले जाने से रोका। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया। आंसू गैस के गोले दागे पर हवा विपरीत दिशा में चलने का कारण उसका काेई असर नहीं हुआ। हिंसक भीड़ ने पथराव तेज कर दिया। आत्मरक्षा के लिए पुलिस को गोली चलानी पड़ी। इसमें गवली पलासिया निवासी भैरू घायल हुआ और उपचार के दाैरान उसका निधन हो गया। मंत्री के उत्तर से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीधे सीने में गोली मारने का कोई सा नियम है। आखिर पुलिस वाले इतने आक्रोश में क्यों आ गए। आदिवासियाें के साथ अन्याय व अत्याचार हो रहा है और वे आवाज उठाते हैं तो सरकार गोली चलवा देती है। ये क्या केवल वोट के लिए हैं।

उधर, सज्जन सिंह वर्मा ने एक-एक करोड़ रुपये स्वजन काे देने और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग रखी और काम रोककर चर्चा कराने की सूचना दी।

पीड़ित परिवार को दस लाख की आर्थिक सहायता, बड़े बेटे को दी जाएगी नौकरी

उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर के महू में हुई घटना को लेकर मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये और बड़े बेटे को नगर परिषद में शासकीय नौकरी दी जाएगी। परिवार के तीन बच्चों की समुचित शिक्षा के लिए जनजातीय छात्रावासों में संपूर्ण व्यवस्था की जाएगी। पीड़ित परिवार के पास प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पहले से आवास है, उसे रेनोवेट कराने की व्यवस्था भी की जाएगी।



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